उत्तर प्रदेश और रूस के बीच रक्षा एवं एयरोस्पेस क्षेत्र में निवेश व सहयोग बढ़ाने के लिए हुई बैठक

लखनऊ, उत्तर प्रदेश में रक्षा और एयरोस्पेस क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा देने के उद्देश्य से इन्वेस्ट यूपी के अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी शशांक चौधरी की अध्यक्षता में एक उच्चस्तरीय वर्चुअल बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में रूसी व्यापार आयुक्त कार्यालय (दिल्ली), इंडिया-रशिया कोलैबोरेशन चैंबर के अध्यक्ष, इन्वेस्ट यूपी रूस डेस्क, और एसोचैम उत्तर प्रदेश चैप्टर के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।

बैठक का उद्देश्य व्यापार और रक्षा निर्माण क्षेत्र में द्विपक्षीय निवेश संबंधों को सुदृढ़ करना था। चर्चा के दौरान भारत सरकार की मेक इन इंडिया और डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर पहल के तहत रणनीतिक साझेदारी, तकनीकी हस्तांतरण और एयरोस्पेस इकोसिस्टम के विकास की संभावनाओं पर विचार-विमर्श हुआ।

दोनों पक्षों ने नवाचार, तकनीकी विकास और निर्माण उत्कृष्टता को प्रोत्साहित करने के लिए संयुक्त उद्यमों (Joint Ventures) और सहयोगी मंचों (Collaborative Platforms) की स्थापना में रुचि व्यक्त की।

शशांक चौधरी ने बैठक में कहा कि उत्तर प्रदेश निवेश प्रोत्साहन नीति 2023 विदेशी और घरेलू निवेशकों के लिए अत्यंत आकर्षक अवसर प्रदान करती है। उन्होंने नीति के तहत दिए जाने वाले प्रमुख प्रोत्साहनों का उल्लेख करते हुए बताया—

भूमि लागत पर 80% तक की सब्सिडी

100% स्टाम्प शुल्क माफी

33 सेक्टोरल नीतियों के तहत निवेशक-अनुकूल प्रक्रिया

व्यापार सुगमता और स्वीकृति में पारदर्शिता

बैठक में यह सहमति बनी कि आने वाले महीनों में उत्तर प्रदेश और रूस के बीच रक्षा, विमानन और हाई-टेक निर्माण क्षेत्रों में संयुक्त कार्य समूह (Joint Working Group) का गठन किया जाएगा।