
आगरा।सुशील नगर निवासी सोनू वर्मा के पांच वर्षीय पुत्र जय वर्मा के अपहरण कांड में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। पुलिस जांच में सामने आया कि मासूम के अपहरण में उसका सगा चाचा और उसके साथी ही शामिल थे। देर रात आरोपियों की तलाश में निकली पुलिस और एसओजी टीम की उनसे मुठभेड़ हो गई। गोली लगने से दो आरोपी घायल हो गए, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार, जय वर्मा का अपहरण घर के पास से किया गया था। घटना पास के सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी। अपहरणकर्ताओं ने बच्चे की रिहाई के एवज में ढाई लाख रुपये की फिरौती मांगी थी। पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए तेजी से छानबीन शुरू की, जिससे घबराकर अपहरणकर्ताओं ने बच्चे को छोड़ दिया और फरार हो गए।
पुलिस टीम ने देर रात तलाशी के दौरान प्रकाश नगर इलाके में साबिर पुत्र ताज मोहम्मद और सत्यप्रकाश उर्फ बबलू पुत्र प्रमोद से मुठभेड़ की। इस दौरान दोनों के पैर में गोली लगी। पुलिस ने दोनों को घायलावस्था में पकड़कर अस्पताल भेज दिया।
पकड़े गए आरोपियों के पास से दो अवैध तमंचे, दो जिंदा कारतूस, एक सिम और घटना में प्रयुक्त मोबाइल फोन बरामद हुए हैं। पुलिस के अनुसार, इस गैंग के दो अन्य साथी फरार हैं, जिनकी तलाश जारी है।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि बच्चों के अपहरण जैसे गंभीर अपराधों में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।