
बटेश्वर। मेला बटेश्वर नाथ में आयोजित पत्रकार सम्मेलन में जनपद आगरा की बढ़ती पेयजल समस्या और गिरते भूजल स्तर पर गंभीर चर्चा हुई। संगोष्ठी में विशेषज्ञों और जनप्रतिनिधियों ने सुझाव दिया कि यदि उटंगन नदी पर रेहावली बांध बनाया जाए तो जलसंकट से जूझ रहे सैकड़ों गांवों को राहत मिल सकती है और हजारों हैंडपंप पुनः चालू हो जाएंगे।
मुख्य अतिथि डॉ. मंजू भदौरिया (अध्यक्ष, जिला पंचायत आगरा) ने कहा कि उटंगन नदी में जल संचय से न केवल भूगर्भीय जलस्तर सुधरेगा बल्कि किसानों, नगर निकायों और ग्रामीणों को मीठा पेयजल भी उपलब्ध कराया जा सकेगा। उन्होंने बताया कि उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समक्ष भी रेहावली बांध योजना का प्रस्ताव रखा था।
मुख्य वक्ता ज्ञानेंद्र रावत ने बताया कि जनपद की तीसरी सबसे बड़ी नदी उटंगन, जलरिचार्ज की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है। मानसून के समय यह नदी यमुना के साथ मिलकर विशाल जलराशि संचित करती है। यदि रेहावली गांव में गेटिड स्ट्रक्चर वाला बांध बनाया गया तो यह जल किसानों और भूजल सुधार दोनों के लिए उपयोगी होगा।
सिविल सोसाइटी के सचिव अनिल शर्मा ने बताया कि उटंगन एक अंतरराज्यीय नदी है, जो राजस्थान के करौली जनपद से निकलकर भरतपुर और फतेहपुर सीकरी होते हुए आगरा जनपद की सीमा में प्रवेश करती है। उन्होंने बताया कि इस नदी की ड्रोन मैपिंग भी सिविल सोसाइटी द्वारा कराई जा चुकी है।
सिविल सोसाइटी के राजीव सक्सेना ने कहा कि उटंगन नदी उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग के तृतीय वृत्त (Lower Division, Agra Canal) के अंतर्गत आती है। उन्होंने कहा कि यमुना और चंबल के बाद उटंगन ही आगरा जनपद की सबसे महत्वपूर्ण नदी है।
प्रदेश पूर्व उपाध्यक्ष श्याम सुंदर पाराशर और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शंकर देव तिवारी ने कहा कि यह नदी भूजल रिचार्ज, जलसंचय और सिंचाई के लिहाज से अत्यंत उपयोगी है। रेहावली बांध योजना के लागू होने से आगरा के फतेहाबाद, शमशाबाद, सैंया, किरावली और खेरागढ़ क्षेत्रों के किसानों को बड़ी राहत मिल सकती है।
राष्ट्रीय महासचिव प्रवीण चौहान ने कहा कि उटंगन नदी का जल बटेश्वर धाम तक पहुंचने में सात घंटे का समय लेता है। यदि इस जल को बांध के माध्यम से नियंत्रित किया जाए तो धार्मिक और पर्यटन दृष्टि से भी क्षेत्र का विकास होगा।
कार्यक्रम में डॉ. नरेश पाल, नरेश सक्सेना, शैलेंद्र शर्मा (जिला सूचना अधिकारी), अखिलेश सक्सेना, संत कुमार भारद्वाज सहित अनेक पत्रकार व सिविल सोसाइटी सदस्य मौजूद रहे।
ग्रामीण पत्रकारों ने सर्वसम्मति से कहा कि रेहावली बांध योजना जनपद की जल समस्या का सबसे व्यवहारिक और स्थायी समाधान है। कार्यक्रम के अंत में विष्णु सिकरवार ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया और सभी को भोलेनाथ के दर्शन करने का आग्रह किया।