सरदार पटेल की जयंती पर बंद रहे परिषदीय विद्यालय, कार्यालय से बीईओ भी रहे नदारद

रामनगर (बाराबंकी)।जहाँ एक ओर पूरा देश अखंड भारत के शिल्पी और लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती “राष्ट्रीय एकता दिवस” के रूप में धूमधाम से मना रहा था, वहीं बाराबंकी जिले के रामनगर खंड शिक्षा क्षेत्र में उपेक्षा का आलम नजर आया। यहां परिषदीय विद्यालयों में ताले लटके रहे और कार्यालय से खंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) रमेश चंद्रा तक नदारद रहे।

जानकारी के अनुसार, आज सुबह जब संवाददाता को कुछ लोगों ने बताया कि रामनगर क्षेत्र में विद्यालय नहीं खुले हैं, तो उन्होंने मौके पर जाकर जांच की। इस दौरान प्राथमिक विद्यालय रामनगर एक और प्राथमिक विद्यालय अगानपुर बंद मिले। जब इस बारे में खंड शिक्षा अधिकारी के कार्यालय पहुंचे, तो वहां भी बीईओ रमेश चंद्र अनुपस्थित पाए गए।

इस संबंध में जब संवाददाता ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संतोष देव पांडे और ज्वाइंट मजिस्ट्रेट व उप जिलाधिकारी गुंजिता अग्रवाल से बात की तो उन्होंने कहा कि “मामले की जांच कराकर उचित कार्रवाई की जाएगी।”

स्थानीय लोगों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि रामनगर क्षेत्र के कई परिषदीय विद्यालयों में अक्सर अध्यापक मनमानी करते हैं। आए दिन किसी न किसी स्कूल में ताला लटका रहता है। हाल ही में ग्राम पंचायत बड़नपुर के लोनार मठ में चार अध्यापकों की तैनाती के बावजूद विद्यालय बंद पाया गया था। उस समय भी बच्चों को घर लौटना पड़ा था, लेकिन विभागीय स्तर पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।

लोगों का कहना है कि खंड शिक्षा अधिकारी की लापरवाही और ढीली कार्यशैली के कारण रामनगर क्षेत्र की शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह पटरी से उतर चुकी है। अब देखने वाली बात यह है कि योगी सरकार में इस गंभीर प्रकरण पर कोई सख्त कार्रवाई होती है या फिर यह मामला भी पूर्व की तरह ठंडे बस्ते में डाल दिया जाएगा।