
📍देवरिया।
बंगाल की खाड़ी से उठे मोथा तूफान का असर उत्तर प्रदेश के सभी जिलों की तरह देवरिया में भी साफ दिखाई दे रहा है। पिछले चार दिनों से हो रही रुक-रुक कर बारिश और बूंदाबांदी ने मौसम का मिज़ाज पूरी तरह बदल दिया है। हवा में नमी बढ़ी है और ठंड ने दस्तक दे दी है।
लगातार बारिश से किसानों की धान की फसल को भारी नुकसान हुआ है। जिन किसानों की फसल अभी खेतों में खड़ी थी, वे अब जलभराव और कटाई की समस्या से जूझ रहे हैं। खेतों में पानी भरने से धान की कटाई और सुखाने की प्रक्रिया प्रभावित हुई है, जिससे किसानों की चिंताएं बढ़ गई हैं।
कुछ किसानों ने अपने खेत रबी की बुवाई के लिए पहले ही खाली कर दिए थे, मगर अब मिट्टी में अधिक नमी आने से बुवाई में भी विलंब की आशंका जताई जा रही है। किसानों का कहना है कि इस तूफान ने “दोहरी मार” दी है — एक ओर धान की फसल खराब हो रही है, वहीं दूसरी ओर रबी की बुवाई भी प्रभावित होगी।
उधर, प्रशासन ने धान खरीदारी की प्रक्रिया 1 नवंबर से शुरू कर दी है। देवरिया जिले में किसानों से धान क्रय के लिए 87 खरीद केंद्र बनाए गए हैं और निर्धारित लक्ष्य के तहत खरीदारी अभियान प्रारंभ किया गया है।