नीट में असफल छात्र ने नसें काटीं, फांसी लगाकर दी जान


रिपोर्ट: राजेश सरकार

प्रयागराज। मेडिकल प्रवेश परीक्षा (नीट) में असफल होने के बाद एक छात्र ने आत्महत्या कर ली। बताया जा रहा है कि परीक्षा में बार-बार असफल होने से निराश 17 वर्षीय छात्र ने पहले अपने हाथ-पैर की नसें काटीं और फिर कमरे में फांसी लगाकर जान दे दी। यह दर्दनाक घटना नैनी क्षेत्र के चाका ददरी गांव की है।

जानकारी के अनुसार, मृतक छात्र हर्षित नेवी से रिटायर्ड कर्मी अर्जुन का बेटा था और बारहवीं कक्षा में पढ़ाई कर रहा था। हर्षित डॉक्टर बनने का सपना देख रहा था और नीट परीक्षा की तैयारी कर रहा था। रविवार को उसने साप्ताहिक टेस्ट दिया था, जिसमें असफल होने के बाद वह तनाव में चला गया।

रविवार शाम जब उसके माता-पिता बाजार गए थे, उसी दौरान उसने रसोई से चाकू उठाई और अपने कमरे में चला गया। कमरे को अंदर से बंदकर पहले हाथ-पैर की नसें काटीं, फिर पंखे से फंदा बनाकर फांसी लगा ली।

काफी देर तक कमरे से कोई आवाज न आने पर माता-पिता ने दरवाजा खटखटाया, पर अंदर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। जब दरवाजा तोड़ा गया तो बेटे का शव फांसी के फंदे से लटकता मिला। हर्षित को तुरंत स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

सूचना पर इंस्पेक्टर नैनी बृज किशोर गौतम और चौकी प्रभारी बलिराम टीम के साथ मौके पर पहुंचे और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।

गांव में इस घटना से मातम छा गया। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। पड़ोसी भी परिवार को सांत्वना देने पहुंचे, लेकिन हर कोई इस दर्दनाक घटना से स्तब्ध है।