
📍 लखीमपुर खीरी | 4 नवंबर 2025
विद्या भारती सनातन धर्म सरस्वती शिशु वाटिका, लखीमपुर खीरी में मंगलवार को गुरु नानक जयंती एवं देव दीपावली का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।
विद्यालय की संचालिका श्रीमती हीरा सिंह ने मां सरस्वती एवं गुरु नानक देव जी के समक्ष दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
कार्यक्रम की संयोजिका श्रीमती रमा मिश्रा ने गुरु नानक देव जी की शिक्षाओं पर प्रकाश डालते हुए बताया कि यह दिन सिख समुदाय के लिए अत्यंत पावन पर्व है।
गुरु नानक देव जी का जीवन एकता, समानता और निस्वार्थ सेवा के आदर्शों से भरा था।
उन्होंने कहा कि इस अवसर पर प्रभात फेरियां, भजन-कीर्तन और लंगर का आयोजन समाज में प्रेम और सेवा का संदेश देता है।
विद्यालय की संचालिका श्रीमती हीरा सिंह ने कहा कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन देव दीपावली और गुरु नानक जयंती दोनों का एक साथ उत्सव होना प्रकाश और ज्ञान के संगम का प्रतीक है।
उन्होंने बताया कि इस दिन लोग अपने घरों और मंदिरों को दीपों से सजाकर ईश्वर का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।
कार्यक्रम में देव दीपावली का धार्मिक महत्व भी बताया गया।
यह पर्व देवताओं के पृथ्वी पर आगमन, प्रकाश और आत्मज्ञान का प्रतीक माना जाता है।
लोग अपने घरों में दीप जलाकर अंधकार को दूर करने का संकल्प लेते हैं और दान-पुण्य के माध्यम से समाज में सकारात्मक ऊर्जा फैलाते हैं।
कार्यक्रम के अंत में विद्यालय की आचार्य बहनें श्रीमती रजनी कपूर एवं श्रीमती ज्योति मिश्रा को शिक्षण शुल्क की तृतीय किश्त पूर्ण होने पर विद्यालय की ओर से पुरस्कृत किया गया।
कार्यक्रम का समापन ‘वंदे मातरम्’ के साथ हुआ। इस अवसर पर सभी शिक्षक-शिक्षिकाएं, बहनें और विद्यार्थी उपस्थित रहे।