मीरजापुर में कालका मेल की चपेट में आने से छह श्रद्धालुओं की मौत, मुख्यमंत्री योगी ने जताया शोक

मीरजापुर। उत्तर प्रदेश के मीरजापुर जिले में बुधवार की सुबह उस वक्त अफरातफरी मच गई जब चुनार रेलवे स्टेशन पर एक दर्दनाक हादसे में छह श्रद्धालुओं की मौत हो गई। यह हादसा उस समय हुआ जब गोमो-प्रयागराज एक्सप्रेस से उतरे यात्री गलत दिशा से ट्रैक पार कर रहे थे, तभी प्लेटफॉर्म नंबर तीन से तेज रफ्तार से गुजर रही कालका मेल ने उन्हें अपनी चपेट में ले लिया। हादसे में सभी छह यात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई। घटना इतनी भयावह थी कि मृतकों के शव क्षत-विक्षत हो गए। जीआरपी और आरपीएफ की टीम मौके पर पहुंची और रेलवे लाइन से शव हटवाकर पहचान कराने में जुट गई। बताया गया कि मृतक कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर गंगा स्नान के लिए आए थे।

मृतकों की पहचान सविता (28) पत्नी राजकुमार, साधना (16) पुत्री विजय शंकर बिंद, शिवकुमारी (12) पुत्री विजय शंकर, अप्पू देवी (20) पुत्री श्याम प्रसाद, सुशीला देवी (60) पत्नी स्व. मोतीलाल, तथा कलावती देवी (50) पत्नी जनार्दन यादव के रूप में हुई है। हादसे के बाद रेलवे स्टेशन पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया।

घटना की सूचना पर समाज कल्याण राज्य मंत्री संजीव गौड़, जिलाधिकारी पंकज कुमार गंगवार, एएसपी मनीष मिश्रा समेत कई अधिकारी मौके पर पहुंचे। राज्य मंत्री गौड़ ने घायलों व मृतकों के परिजनों से मुलाकात कर हर संभव मदद का भरोसा दिया और तत्काल राहत कार्य तेज करने के निर्देश दिए।

प्रदेश सरकार के स्टाम्प एवं पंजीयन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रविन्द्र जायसवाल भी मौके पर पहुंचे और घटना की विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की। राज्यमंत्री जायसवाल ने कहा कि मृतकों के शवों को उनके गांव तक पहुंचाने और अंतिम संस्कार में पूरी सहायता दी जाएगी।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना जताते हुए जिला प्रशासन को राहत एवं बचाव कार्य में पूरी तत्परता से जुटने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने एसडीआरएफ और एनडीआरएफ टीमों को भी मौके पर भेजने का आदेश दिया है।

इस हादसे के बाद रेलवे सुरक्षा व्यवस्था और प्लेटफॉर्म पार करने के नियमों को लेकर गंभीर सवाल उठे हैं। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि प्लेटफॉर्म पर पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था थी, लेकिन यात्रियों द्वारा जल्दबाजी में गलत दिशा से ट्रैक पार करने के कारण यह घटना हुई।

देखते ही देखते गिरते गए लोग और थमती गई सांसे — प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, जब ट्रेन स्टेशन पर रुकी थी, तो यात्री भीड़ के कारण गलत दिशा से उतरने लगे। उसी दौरान कालका मेल धड़धड़ाती हुई गुजरी और देखते ही देखते छह लोग उसकी चपेट में आ गए। कुछ सेकंड में चीख-पुकार मच गई, स्टेशन पर भगदड़ जैसे हालात बन गए।

मण्डलायुक्त राजेश प्रकाश, पुलिस महानिरीक्षक आर.पी. सिंह, और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सोमेन बर्मा ने भी घटनास्थल का निरीक्षण किया और परिजनों से मुलाकात कर संवेदना व्यक्त की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि मृतकों के शव उनके परिजनों तक सुरक्षित पहुंचाए जाएं और आर्थिक सहायता शीघ्र वितरित की जाए।