
हरदोई। राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम के 150 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में शुक्रवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय हरदोई में भव्य सामूहिक गायन कार्यक्रम आयोजित किया गया। पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार मीणा की अध्यक्षता में आयोजित इस समारोह में जनपद के सभी पुलिस अधिकारी एवं कर्मचारी उत्साहपूर्वक शामिल हुए। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य राष्ट्रभक्ति, राष्ट्रीय एकता और स्वतंत्रता आंदोलन में वंदे मातरम के योगदान को याद करना रहा।
कार्यक्रम की शुरुआत पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार मीणा द्वारा वंदे मातरम के ऐतिहासिक महत्व पर प्रकाश डालते हुए हुई। इसके बाद अधिकारियों और कर्मचारियों ने एक स्वर में राष्ट्रीय गीत का सामूहिक गायन किया, जिससे परिसर देशभक्ति की भावना से गूंज उठा। सभी में उत्साह, श्रद्धा और राष्ट्रीय गौरव की अनुभूति स्पष्ट रूप से दिखाई दी।
अपनी संबोधन में एसपी मीणा ने बताया कि वंदे मातरम स्वतंत्रता संग्राम की अदम्य ऊर्जा और त्याग का प्रतीक है। बंकिमचंद्र चटर्जी ने 1875 में इस गीत की रचना की थी, जिसका पहली बार स्वर-वाचन 1896 में रविंद्रनाथ टैगोर द्वारा किया गया। तत्पश्चात 1950 में भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने इसे राष्ट्रीय गीत का दर्जा प्रदान किया। यह हम सबके लिए गौरव का विषय है कि इसकी रचना के 150वें वर्ष पर हम राष्ट्रगीत महोत्सव मना रहे हैं।
कार्यक्रम में अपर पुलिस अधीक्षक पूर्वी नृपेन्द्र, अपर पुलिस अधीक्षक पश्चिमी मार्तण्ड प्रकाश सिंह, सहायक पुलिस अधीक्षक शाहाबाद आलोक राज नारायण, सीओ सिटी अंकित मिश्रा, सीओ हरपालपुर सत्येंद्र सिंह, सीओ हरियावां अजीत सिंह चौहान सहित अन्य पुलिस अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।