
मैनपुरी। जिलाधिकारी अंजनी कुमार सिंह ने शनिवार सुबह 10.15 बजे से 10.45 बजे तक कलेक्ट्रेट परिसर स्थित विभिन्न कार्यालयों का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कई अधिकारी और कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए, जिस पर डीएम ने कड़ा असंतोष व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि लगातार निर्देशों के बावजूद कुछ कर्मचारी समय से कार्यालय नहीं पहुंचते और न ही ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करते हैं। डीएम ने स्पष्ट किया कि हर अधिकारी सुबह 10 से 12 बजे तक कार्यालय में अनिवार्य रूप से बैठे और जनसमस्याओं का तत्काल समाधान सुनिश्चित करें, ताकि फरियादियों को बार-बार चक्कर न लगाने पड़ें।
लोक निर्माण विभाग कार्यालय के निरीक्षण में अधिशासी अभियंता ए.के. अरुण अनुपस्थित मिले। प्रधान सहायक भगवती प्रसाद और वरिष्ठ सहायक रामवीर सिंह उपस्थिति पंजिका में हस्ताक्षर करने के बावजूद कार्यालय से नदारद पाए गए। वरिष्ठ सहायक महेंद्र सिंह भी अनुपस्थित मिले। जबकि वरिष्ठ सहायक उत्तम प्रकाश, पवन कुमार और चतुर्थ श्रेणी सौरभ को आकस्मिक अवकाश पर बताया गया, लेकिन किसी का भी अवकाश प्रार्थना पत्र उपलब्ध नहीं मिला।
जिला आयुर्वेदिक अधिकारी कार्यालय में निरीक्षण के समय डॉ. देवेंद्र सिंह मौजूद नहीं थे। कुछ देर बाद वे कार्यालय पहुंचे, लेकिन देर से आने का कारण नहीं बता सके। जिला सेवायोजन कार्यालय में स्टाफ पूर्ण रूप से उपस्थित मिला, जबकि वरिष्ठ सहायक बृजेश कुमार सिंह चिकित्सकीय आधार पर अर्जित अवकाश पर पाए गए। जिला आबकारी अधिकारी कार्यालय में सभी कर्मचारी उपस्थित मिले।
जिला प्रोबेशन अधिकारी कार्यालय में निरीक्षण के दौरान प्रोबेशन अधिकारी राजनाथ राम मौजूद नहीं थे। स्टाफ ने बताया कि वे शासकीय कार्य से जिला न्यायालय गए हुए हैं। बाकी कर्मचारी कार्यालय में उपस्थित पाए गए।
जिलाधिकारी ने अनुपस्थित अधिकारियों और कर्मचारियों का वेतन रोकने तथा स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। साथ ही चेतावनी दी कि भविष्य में समय से उपस्थित न होने या ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज न करने पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने निर्देश दिया कि कोई भी कर्मचारी अवकाश तभी ले जब उसे पूर्व स्वीकृति मिल जाए और उसका दर्ज अवकाश रजिस्टर में हो।
निरीक्षण के दौरान डिप्टी कलेक्टर ध्रुव शुक्ला, अनिल सक्सेना, आईजीआरएस प्रभारी अनुज कुमार और सूचना विभाग से अब्दुल जहीन मौजूद रहे।