
हरदोई। एक ओर प्रशासन किसानों पर पराली जलाने को लेकर सख्त कार्रवाई कर रहा है, वहीं दूसरी ओर नगर पालिका परिषद हरदोई खुद लोगों के लिए जहरीला माहौल तैयार कर रही है। शहर से सटे बावन रोड पर नगर पालिका की ओर से कूड़ा डंप किया जा रहा है और उसे जलाकर निस्तारित किया जा रहा है, जिससे पूरे इलाके में धुएं का बादल छाया रहता है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि कूड़े से निकलने वाला जहरीला धुआँ सांसों में जहर घोल रहा है, जिसके कारण अस्पतालों, दुकानों और आसपास के मकानों में रहने वाले लोग बीमार पड़ रहे हैं।
सूत्रों के अनुसार, जिस स्थान पर यह कूड़ा डंप किया जा रहा है, वहाँ की जमीन निजी है और भरान कार्य के लिए मिट्टी की जगह कूड़ा डलवाया जा रहा है। नगर पालिका से रोजाना दर्जनों गाड़ियाँ कूड़ा लाकर यहाँ डंप करती हैं, जिससे न केवल पर्यावरण बल्कि आम जनता की सेहत पर भी सीधा असर पड़ रहा है।
स्थानीय निवासियों ने बताया कि दिनभर कूड़े से धुआँ उठता रहता है, जिससे बच्चों और बुजुर्गों को सांस लेने में कठिनाई हो रही है। उन्होंने प्रशासन से तत्काल इस प्रकरण पर संज्ञान लेकर कार्रवाई की मांग की है।
विडंबना यह है कि डीएम हरदोई के स्पष्ट निर्देश हैं कि किसानों द्वारा पराली जलाने पर मुकदमा दर्ज कर जुर्माना लगाया जाए, परंतु नगर पालिका के इस खुले प्रदूषणकारी कृत्य पर प्रशासन मौन है।
यह सवाल अब आम जनता के बीच गूंज रहा है कि —
क्या कानून सिर्फ किसानों के लिए है, सरकारी संस्थाओं के लिए नहीं?