
📍पलियाकलां (खीरी):
पलिया स्थित बजाज चीनी मिल का नया पेराई सत्र 15 नवम्बर से शुरू होने जा रहा है। मिल प्रशासन ने किसानों को नई पर्चियां जारी कर दी हैं, लेकिन पिछले सत्र का गन्ना भुगतान अब तक लंबित है, जिससे किसानों में जबरदस्त नाराजगी है।
किसानों का आरोप है कि पलिया की बजाज मिल भुगतान के मामले में सबसे पिछड़ी हुई है, जबकि अन्य मिलें समय पर भुगतान कर रही हैं। किसान ब्याज पर कर्ज लेकर गन्ने की कटाई और परिवहन का खर्च उठाते हैं, लेकिन भुगतान में देरी से उनकी घरेलू जरूरतें, बच्चों की शिक्षा और चिकित्सा खर्च गंभीर रूप से प्रभावित हो रहे हैं।
ग्रामीण किसान गुरुदेव सिंह, लखवीर सिंह, अमरजीत सिंह, रामपाल और सुरेश कुमार ने बताया कि अब तक केवल 15 जनवरी 2024 तक का ही भुगतान हुआ है, जबकि मार्च तक की गन्ना आपूर्ति की जा चुकी थी। इसके बावजूद मिल प्रबंधन नया सत्र शुरू करने की तैयारी में है, लेकिन पुराने बकायों की चिंता किसी को नहीं।

किसानों ने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र भुगतान नहीं हुआ तो वे आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। दूसरी ओर, मिल प्रशासन की ओर से अब तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी गई है।
स्थानीय किसानों का कहना है कि पलिया क्षेत्र बाढ़ प्रभावित इलाका है, जहां अन्य फसलें उगाना जोखिम भरा है। बाढ़ से खेतों को नुकसान होने के कारण किसान केवल गन्ने की खेती करने को विवश हैं। ऊपर से, क्षेत्र में कोई क्रशर या वैकल्पिक मिल नहीं होने से किसानों को बजाज मिल में ही गन्ना आपूर्ति करनी पड़ती है।
किसानों का आरोप है कि मिल प्रबंधन उनकी इस विवशता का फायदा उठा रहा है, और स्थानीय जनप्रतिनिधि भी उनकी समस्याओं को अनदेखा कर रहे हैं। किसानों का कहना है कि यदि प्रशासन और जनप्रतिनिधि गंभीरता दिखाएं तो समय पर भुगतान सुनिश्चित हो सकता है, जिससे किसानों की परेशानियां काफी हद तक कम हो जाएंगी।