रेलवे विभाग की चुप्पी से किसानों में बढ़ा आक्रोश, अतिरिक्त दूरी को लेकर जताई नाराज़गी

अछनेरा। विकास खंड अछनेरा के गांव नागर में चकरोड़ संख्या 24 को निर्माणाधीन कीथम–भांडई बाईपास रेल लाइन से बंद किए जाने के विरोध में किसानों का अनिश्चितकालीन धरना पाँचवें दिन भी जारी रहा। ग्रामीणों का कहना है कि रेलवे विभाग बिना विकल्प दिए वर्षों से उपयोग में आने वाले रास्ते को बंद कर रहा है, जिससे किसानों को खेतों तक पहुँचने के लिए चार से पाँच गुना अधिक दूरी तय करनी पड़ेगी।

निर्माणाधीन 32-ए रेलवे पुल के पास किसान लगातार बैठकर विरोध दर्ज करा रहे हैं। आंदोलन का नेतृत्व कर रहे किसान मजदूर नेता चौधरी दिलीप सिंह ने आरोप लगाया कि रेलवे विभाग और जिला प्रशासन की मिलीभगत से किसानों के सामने गंभीर संकट खड़ा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि किसानों की आजीविका खेतों पर निर्भर है, और मार्ग बंद होने से उनके दैनिक कृषि कार्य बुरी तरह प्रभावित होंगे।

धरने के पांचवें दिन डॉक्टर वेदप्रकाश सोलंकी, सोनू चौधरी, बलबीर सिंह, सुखपाल सिंह, अचल सिंह, दीवान सिंह मेजर, गोविंद सिंह, जैतेंद्र सिंह, भूरा, प्रेम सिंह, महेंद्र सिंह, गजवीर, विजेंद्र सिंह, अंकित नरवार, रामचंद्र नरवार, गुड्डा बघेल सहित कई किसान मौके पर मौजूद रहे।
किसानों ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि जब तक पथ बंदी का समाधान नहीं निकलता, उनका धरना अनिश्चितकाल तक चलता रहेगा।