राष्ट्र निर्माण में सरदार पटेल का योगदान अतुलनीय

बहराइच। मिहींपुरवा में लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती के अवसर पर सोमवार को बलहा विधानसभा क्षेत्र में भव्य एकता यात्रा का आयोजन किया गया। इस यात्रा के माध्यम से लोगों ने राष्ट्र निर्माण में सरदार पटेल के अद्वितीय योगदान को याद किया और उनके सपनों को साकार करने का संकल्प लिया।

मंडी समिति, मिहींपुरवा से दोपहर एक बजे क्षेत्रीय विधायक सरोज सोनकर के नेतृत्व में यात्रा का शुभारंभ हुआ। यात्रा में पार्टी पदाधिकारी, कार्यकर्ता, प्रधान, एनसीसी व स्काउट के छात्र, तथा बड़ी संख्या में महिलाएँ हाथों में तिरंगा लेकर शामिल हुईं। यात्रा मिहींपुरवा बाजार होते हुए जरही रोड से रामलीला मैदान पहुँची, जहां रास्ते में लोगों ने पुष्पवर्षा कर यात्रा का स्वागत किया।

रामलीला मैदान में आयोजित मुख्य समारोह में अवध प्रांत क्षेत्रीय अध्यक्ष कमलेश मिश्रा ने कहा कि सरदार पटेल ने अपने संपूर्ण जीवन को देश की एकता और अखंडता के लिए समर्पित किया। आज़ादी के बाद उन्होंने 562 रियासतों का विलय कर भारत को एक मजबूत, एकीकृत राष्ट्र के रूप में खड़ा किया। जूनागढ़, हैदराबाद और जम्मू-कश्मीर जैसी जटिल रियासतों का सफलतापूर्वक एकीकरण उनकी ऐतिहासिक उपलब्धि रही।

उन्होंने कहा कि यदि सरदार पटेल भारत के पहले प्रधानमंत्री होते तो देश की एकता को लेकर आज किसी प्रकार की चिंता न होती। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कश्मीर से धारा 370 हटाना सरदार पटेल के ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ के सपने को आगे बढ़ाने की दिशा में बड़ा कदम है।

कमलेश मिश्रा ने यह भी बताया कि किसानों के टैक्स के विरोध में सरदार पटेल ने खेड़ा आंदोलन किया था। देश की मां-बहनों ने ही उनके अदम्य साहस के कारण उन्हें ‘लौह पुरुष’ और ‘सरदार’ की उपाधि दी।

कार्यक्रम की अध्यक्षता भाजपा जिला अध्यक्ष बृजेश पांडेय ने की। जनसभा में जिला महामंत्री नन्हेंलाल लोधी, जिला मंत्री वीर चंद्र वर्मा, पूर्व सांसद अक्ष्यवरलाल गोंड, ब्लॉक प्रमुख अभिषेक वर्मा, सौरभ सहित हजारों की संख्या में कार्यकर्ता एवं स्थानीय जनता मौजूद रही।