शांतनु महाराज के भजनों पर झूम उठे श्रोता

रामनगर। महादेवा महोत्सव के भव्य सांस्कृतिक मंच पर सोमवार की रात आयोजित भजन संध्या भक्तिमय उल्लास में सराबोर हो गई। प्रख्यात भजन गायक शांतनु महाराज ने जैसे ही मंच संभाला, पूरा पंडाल शिवमय वातावरण में डूब गया। उनके सुर और भावपूर्ण प्रस्तुति ने श्रोताओं को भक्ति रस में झूमने पर मजबूर कर दिया।

कार्यक्रम की शुरुआत शांतनु महाराज ने “श्री राम जय जय राम जय जय राम” से की, जिसे सुनते ही उपस्थित श्रद्धालु राम भक्ति में लीन हो गए। इसके बाद उन्होंने “कैलाश के निवासी नमो बार बार हो”, “आयो शरण तिहारी प्रभु तार तार तार हो” जैसे सुरमय भजनों से श्रोताओं को शिवभक्ति में डुबो दिया।

जब महाराज ने “दीवाना तेरा आया बाबा तेरी नगरी में” और “भोले बाबा पार लगाओ, शरण में तेरी आया रे” गाया, तो पूरा पंडाल “हर हर महादेव” और “बम भोले” के जयकारों से गूंज उठा।

भजनों के बीच शांतनु महाराज ने शिव और राम कथा के प्रहसन, रामचरितमानस की चौपाइयाँ और शिव बारात का अलौकिक वर्णन कर भक्तों को आल्हादित किया।
रामचरितमानस की चौपाई “तब शिव तीसर नयन उछारा, चितवत काम भयो जरि जारा” का भावपूर्ण वर्णन सुनकर लोग भाव-विभोर हो उठे।

शिव बारात का वर्णन करते समय जब उन्होंने कहा—
“सजि रहे भोले बाबा निराले दूल्हे में…”
तो पूरा पंडाल “बम भोले… बम भोले” के जयघोष से गुंजायमान हो गया।

इसके बाद उनके भजन “जिन्हें दाम प्यारे उन्हें दाम दे दो, मुझे राम प्यारे मुझे राम दे दो” ने श्रोताओं को पूरी तरह प्रभु राम की भक्ति में डूबा दिया।

कार्यक्रम का उद्घाटन एमएलसी अंगद सिंह ने दीप प्रज्वलन कर किया।
तहसीलदार विपुल सिंह ने प्रतीक चिन्ह भेंट कर शांतनु महाराज का सम्मान किया।
महाराज ने कार्यक्रम से पूर्व लोधेश्वर महादेव मंदिर में पूजा-अर्चना भी की।