
खेरागढ़। उटंगन नदी पर कब्जे की कोशिश लगातार चौथी बार उजागर हुई है। सोमवार को प्रशासन ने फिर अवैध बाउंड्रीवॉल निर्माण रुकवाया। भूमाफियाओं ने पहले तीन बार रोके गए निर्माण को दोबारा शुरू कर दिया था और इस बार पिछले निर्माण से लगभग तीन फीट आगे बढ़ाते हुए मात्र एक ही दिन में करीब 200 मीटर लंबी रेडीमेड सीमेंटेड दीवार खड़ी कर दी।
सूचना पर एसडीएम ऋषि राव के निर्देश पर लेखपाल मधुरेश तिवारी, सुधीर राजपूत, प्रभारी निरीक्षक खेरागढ़ विजेंद्र कुमार, कस्बा प्रभारी एसआई शिराज हुसैन और एसआई जॉनी कुमार मौके पर पहुंचे और निर्माण तुरंत बंद कराया। अनुमति संबंधी दस्तावेज मांगे गए, लेकिन निर्माण कर रहे लोग कोई कागज प्रस्तुत नहीं कर सके।
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि निर्माण स्थल पर कुछ दबंग तत्व तैनात थे, जो फोटो व वीडियो बनाने से रोक रहे थे, ताकि अवैध कार्य को छुपाया जा सके।
पहले भी तीन बार हुई कार्रवाई
14 दिसंबर 2024 — तत्कालीन एसडीएम संदीप यादव ने निर्माण रुकवाया
7 अगस्त 2025 — एसडीएम ऋषि राव ने निर्माण बंद कराया
15 अगस्त 2025 — पुनः कार्रवाई कर कार्य रोका गया
17 नवंबर 2025 — चौथी बार निर्माण रुकवाया गया
एसडीएम का बयान
एसडीएम ऋषि राव ने कहा—
“अवैध निर्माण को तुरंत रुकवा दिया गया है। आगे किसी भी कीमत पर निर्माण नहीं होने दिया जाएगा। जिम्मेदारों पर कार्रवाई और बाउंड्रीवॉल हटाने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है।”
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि बार-बार की कार्रवाई के बावजूद भूमाफियाओं के हौसले कम नहीं हो रहे। अब निर्णायक कदम जरूरी है, ताकि उटंगन नदी क्षेत्र को अवैध कब्जों से मुक्त कराया जा सके।