हरदौलपुर में श्रीमद् भागवत कथा: डॉ. बृजेश शुक्ला शास्त्री ने कहा—मनुष्य पहले अपनी आंखों से सुंदर विचारों को देखना सीखे

लखनऊ। बक्शी का तालाब क्षेत्र के ग्राम हरदौलपुर में चल रही श्रीमद् भागवत कथा में लखनऊ से पधारे कथा वाचक डॉ. बृजेश शुक्ला शास्त्री ने आध्यात्मिक ज्ञान से उपस्थित श्रद्धालुओं को भाव-विभोर कर दिया। आचार्य ने कहा कि मनुष्य को सर्वप्रथम अपनी आंखों के माध्यम से अच्छी बातों को देखना और समझना चाहिए, जैसा मीरा बाई ने कहा था— “बसो मेरे नैनन में नंदलाल”।

कथा के दौरान उन्होंने बताया कि प्रभु का नाम लेने से ही मनुष्य का उद्धार संभव है। उदाहरण स्वरूप उन्होंने सेठ जी और उनके नौकर ‘राम’ की कथा सुनाई। कहा कि जिस प्रकार सेठ राम नाम के सहारे कारोबार को सफलतापूर्वक चलाते थे, उसी प्रकार ईश्वर के नाम का स्मरण जीवन को उन्नत बनाता है।

आचार्य ने कहा कि कथा को पूरे मनोयोग से सुनने पर परिवार और समाज दोनों का उत्थान होता है। जब मनुष्य अपनी आंखों से सुंदर विचारों और सकारात्मक संदेशों को देखता है, तो वही विचार उसके जीवन में अंकुरित होकर उसे सफल, प्रेरणादायी और समाज के लिए उपयोगी बनाते हैं।

कार्यक्रम में आयोजक नरेंद्र तिवारी, श्रीमती नीता तिवारी, शैलेंद्र तिवारी, श्रीमती संध्या तिवारी, रामेंद्र तिवारी, श्रीमती नीलम तिवारी सहित पूरे परिवार ने आयोजन की व्यवस्था संभाली। लखनऊ जन विकास महासभा के अध्यक्ष एस.के. बाजपेई, संरक्षक अरविंद मिश्रा, योग गुरु विजयकांत श्रीवास्तव, उपाध्यक्ष संतोष तिवारी, महामंत्री राम तिवारी, कोषाध्यक्ष राजीव कुमार गुप्ता तथा विधानसभा क्षेत्र के अधिकारी कौशलेंद्र दीक्षित, श्रीमती मीनू श्रीवास्तव एवं श्रीमती मीना मिश्रा भी मौजूद रहे।
क्षेत्र के भारी संख्या में ग्रामीणों ने पहुंचकर कथा का रसपान किया।