
लखीमपुर खीरी, 18 नवंबर। वायु प्रदूषण रोकने और पराली जलाने पर नियंत्रण के साथ ही प्रशासन ने प्रदूषण फैलाने वाले कोल्हुओं पर भी सख्ती शुरू कर दी है। डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल के आदेश पर मंगलवार को एसडीएम प्रतीक्षा त्रिपाठी के नेतृत्व में गोला तहसील क्षेत्र के जलालपुर और सिकंदराबाद गांवों में प्रशासनिक टीम ने कोल्हुओं की संयुक्त जांच की। इस दौरान 100 कोल्हुओं का निरीक्षण किया गया।
जांच में अधिकांश कोल्हू डीजल इंजन से संचालित, चिमनियाँ केवल 4–5 मीटर ऊँची और वेट स्क्रबर जैसी प्रदूषण नियंत्रण व्यवस्था पूरी तरह अनुपस्थित पाई गई। कई इकाइयों में राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की अनुमति भी नहीं थी, जो सीपीसीबी 2019 गाइडलाइन और वायु अधिनियम 1981 का उल्लंघन है। निरीक्षण टीम ने पाया कि संचालकों ने रजिस्टर, बोर्ड और सफाई का न्यूनतम स्तर भी नहीं रखा था।

गंभीर कमियों के चलते 5 कोल्हू तुरंत बंद किए गए – इनमें जलालपुर के वसीम अहमद उर्फ़ मुन्ना, मनोज कुमार, मोहसीन और सिकंदराबाद के विनीत कुमार तथा कनौजी शामिल हैं।

कोल्हू संचालकों की बैठक में एसडीएम ने किया अल्टीमेटम
सभी कोल्हू संचालकों को तहसील सभागार में बैठक में चेतावनी दी गई कि हर कोल्हू में वेट स्क्रबर और भूतल से 10 मीटर ऊँची चिमनी अनिवार्य रूप से लगाई जाए। एक सप्ताह के भीतर सुधार करने के निर्देश दिए गए। एसडीएम प्रतीक्षा त्रिपाठी ने कहा कि तय समयसीमा में सुधार न होने पर कोल्हू संचालन पर रोक लगा दी जाएगी।
संचालकों ने मानकों को समय पर पूरा करने का भरोसा दिया, जबकि प्रशासन ने साफ कह दिया कि अगली जांच में गड़बड़ी मिली तो कार्रवाई और सख्त होगी।