जिला दीवानी न्यायालय में न्याय का नया अध्याय — रिकॉर्ड रूम व 13 कोर्ट बिल्डिंग का लोकार्पण

बाराबंकी। बुधवार का दिन जनपद दीवानी न्यायालय के इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज हो गया, जब इलाहाबाद उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश माननीय न्यायमूर्ति अरुण भंसाली ने नवनिर्मित रिकॉर्ड रूम और 13 कोर्ट बिल्डिंग का लोकार्पण किया। इस ऐतिहासिक अवसर पर न्यायिक जगत के सभी प्रमुख पदाधिकारी, अधिवक्ता, प्रशासनिक अधिकारी व पुलिस विभाग के प्रतिनिधि मौजूद रहे। दीप प्रज्वलन के साथ शुभारंभ हुए कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत पुष्पगुच्छ एवं जीवित पौधा भेंटकर किया गया।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य न्यायाधीश अरुण भंसाली ने कहा कि “न्यायालय केवल भवन नहीं, बल्कि जन-आस्था का केंद्र है। नए न्यायालय भवन न्याय की गरिमा, सुलभता और पारदर्शिता का प्रतीक हैं। न्याय तभी संपूर्ण होता है जब वह सभी तक समय पर और समान रूप से पहुँचे।” उन्होंने आधुनिक सुविधाओं से लैस 13 नए न्यायालय भवनों को बढ़ते वादभार के समुचित प्रबंधन में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। रिकॉर्ड रूम को उन्होंने “न्यायिक धरोहर का संरक्षक” कहा, जो सुरक्षित, व्यवस्थित और भविष्य के डिजिटलीकरण को ध्यान में रखते हुए निर्मित किया गया है।

जनपद न्यायाधीश प्रतिमा श्रीवास्तव ने कहा कि यह उद्घाटन केवल एक औपचारिक कार्यक्रम नहीं, बल्कि न्याय को और अधिक सशक्त, पारदर्शी, मानवीय और प्रभावी बनाने का संकल्प है। उन्होंने कहा कि नए न्यायालय भवन न्यायिक कार्य प्रणाली में नई ऊर्जा और क्षमता का संचार करेंगे।

कार्यक्रम में उपस्थित प्रशासनिक न्यायाधीश माननीय न्यायमूर्ति मनीष कुमार ने कहा कि अधिवक्ताओं और न्यायिक कर्मियों की निष्ठा व परिश्रम ने बाराबंकी न्यायालय को नई ऊँचाइयों तक पहुंचाया है। नए भवन न्यायिक दक्षता को बढ़ाएंगे और जनता को शीघ्र न्याय उपलब्ध कराने में सहायक सिद्ध होंगे।

समारोह में सभी अतिथियों को स्मृति चिह्न प्रदान किए गए। कार्यक्रम के अंत में एडीजे-I विनय कुमार सिंह ने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि सभी के सहयोग और विश्वास से बाराबंकी न्यायालय न्याय के पथ पर और अधिक दृढ़ता से आगे बढ़ेगा। राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ। मंच संचालन एसीजीएम प्राची अग्रवाल और श्रद्धा लाल ने किया।