
एत्मादपुर। आगरा से नोएडा तक अधिग्रहित जमीनों को लेकर लंबे समय से जारी संघर्ष आखिर परिणाम देने लगा है। सिस्टम सुधार संगठन (किसान) यूनियन के प्रतिनिधिमंडल ने गुरुवार को यमुना विकास प्राधिकरण (YEIDA) के ओएसडी शैलेंद्र कुमार से महत्वपूर्ण बैठक की। बैठक लगभग दो घंटे चली और बेहद सकारात्मक रही।
किसान नेताओं ने बताया कि जनवरी 2026 से यमुना एक्सप्रेसवे और अन्य परियोजनाओं के लिए अधिग्रहित भूमि से प्रभावित किसानों को 64.7% बढ़ा हुआ अतिरिक्त मुआवजा दिया जाएगा। यह फैसला आगरा से लेकर नोएडा तक के हजारों किसानों को लाभ पहुंचाएगा।
बैठक में सिस्टम सुधार संगठन, संयुक्त किसान मोर्चा और अन्य किसान संगठनों के प्रतिनिधि मौजूद रहे। किसान वर्षों से 64.7% बढ़े हुए मुआवजे, 10% विकसित प्लॉट, तथा परिवार के अनुपात में रोजगार की मांग को लेकर संघर्ष कर रहे थे। किसानों ने स्पष्ट कहा कि यदि प्राधिकरण रोजगार देने में सक्षम नहीं है, तो प्रत्येक योग्य सदस्य को 5.50 लाख रुपए दिए जाएं।
किसानों ने यह भी याद दिलाया कि यमुना एक्सप्रेसवे निर्माण के दौरान 6 जिलों के 1148 गांवों की जमीन ली गई थी और वादा किया गया था कि एक्सप्रेसवे के दोनों ओर सर्विस रोड बनाई जाएगी, लेकिन यह वादा आज तक पूरा नहीं हुआ। किसानों ने या तो सर्विस रोड बनाने या उन्हें टोल फ्री पास देने की मांग रखी।
अधिकारियों को यह भी बताया गया कि जब तक आगरा के गढ़ी रामी, छलेसर, सौरई, पैथखेड़ा, मलूपुर आदि गांवों के किसानों को अतिरिक्त मुआवजा, विकसित प्लॉट और रोजगार नहीं मिलता, तब तक न्यू आगरा प्रोजेक्ट के लिए जमीन किसी भी हालत में नहीं दी जाएगी। यह प्रोजेक्ट 60 गांवों की 10,000 हेक्टेयर भूमि पर बनाया जाना प्रस्तावित है।
किसानों ने स्पष्ट कहा कि अधिग्रहण से पहले 100% सर्किल रेट बढ़ाया जाए और प्रभावित किसानों को चार गुना मुआवजा दिया जाए। साथ ही भूमि अधिग्रहण बिल 2014 के सभी प्रावधान लागू किए जाएं।
किसान संगठनों ने चेतावनी दी कि यदि किसानों के साथ दोबारा धोखाधड़ी या वादाखिलाफी हुई तो संयुक्त किसान मोर्चा व सिस्टम सुधार संगठन बड़ा आंदोलन शुरू करेगा, जिसकी जिम्मेदारी YEIDA और राज्य सरकार की होगी।
बैठक में उपस्थित प्रमुख किसान नेता:
चौधरी महेश कसाना (राष्ट्रीय अध्यक्ष, भारतीय किसान यूनियन अखंड)
अंशुमन ठाकुर (प्रदेश अध्यक्ष, सिस्टम सुधार संगठन किसान यूनियन)
जितेंद्र चौधरी (प्रदेश अध्यक्ष, भारतीय किसान यूनियन कृषक शक्ति)
अरविंद सिंह (जिला अध्यक्ष, भारतीय किसान यूनियन महासंघ)
नरेंद्र सिंह भाटी, सुखबीर सिंह भाटी, देवेंद्र सिंह भाटी
कपिल ठाकुर (प्रदेश उपाध्यक्ष)
मनवीर सिंह (जिला संरक्षक)
बबलू चौहान (जिला अध्यक्ष, युवा मोर्चा)
हुकुम सिंह, दिनेश सिंह, वीरेश भाटी, गोविंद सिंह, महिपाल गुर्जर
अन्य किसान प्रतिनिधि और कार्यकर्ता
किसानों ने उम्मीद जताई कि संघर्ष का यह चरण उनके हक की बड़ी जीत साबित होगा।