
लखीमपुर खीरी, 21 नवंबर। किसानों को डिजिटल पहचान देने और सरकारी योजनाओं से सीधे जोड़ने के लिए चलाए जा रहे फार्मर रजिस्ट्री अभियान में लखीमपुर खीरी ने इस बार उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। पूरे प्रदेश में 4 लाख से अधिक फार्मर रजिस्ट्री करने वाले शीर्ष जिलों में शामिल होकर खीरी टॉप-5 में पहुँचा है। 15 अक्टूबर से जिले का दैनिक औसत 2233 फार्मर आईडी रहा, जो प्रदेश में सर्वाधिक है। शासन स्तर पर इस उपलब्धि की विशेष सराहना की गई है।
अटल सभागार में आयोजित सम्मान समारोह में जिलाधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल, मुख्य विकास अधिकारी अभिषेक कुमार और एडीएम नरेंद्र बहादुर सिंह ने कृषि विभाग के विभिन्न ब्लॉकों के तीन-तीन कार्मिकों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। कुल 21 कार्मिकों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में कार्मिकों ने अभियान से जुड़े अनुभव, चुनौतियाँ और किसानों की प्रतिक्रिया साझा की।
डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल ने कहा कि लखीमपुर खीरी का यह प्रदर्शन टीम के समन्वय, मेहनत और प्रतिबद्धता का प्रमाण है। उन्होंने कहा कि गांव-गांव जाकर किसानों के दस्तावेज संग्रहित करना चुनौतीपूर्ण था, लेकिन कृषि विभाग की टीम ने इसे मिशन मोड में पूरा किया। इसी कारण जिला प्रदेश के शीर्ष प्रदर्शन करने वाले जिलों में शामिल हो सका है। सीडीओ अभिषेक कुमार ने कहा कि फार्मर रजिस्ट्री किसानों को योजनाओं का लाभ पहुंचाने का सबसे प्रभावी माध्यम है। एडीएम नरेंद्र बहादुर सिंह ने विभाग की कार्यशैली की सराहना की और इसे किसानों के भरोसे की जीत बताया।
इस दौरान डीडी (कृषि) गिरीश चंद्र और जिला कृषि अधिकारी सूर्य प्रताप सिंह ने अभियान की प्रगति, तकनीकी लाभ और किसानों को मिलने वाली सुविधाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। कार्यक्रम में सभी कार्मिकों ने आगे भी अभियान को तेज गति से जारी रखने का संकल्प लिया।
अगले माह सर्वाधिक फार्मर रजिस्ट्री करने वाले कार्मिकों को विशेष सम्मान प्रदान किया जाएगा, जिससे विभाग में प्रतिस्पर्धा और कार्यप्रेरणा बढ़ने की उम्मीद है। कार्यक्रम में नकहा के अजीत वर्मा, फूलबेहड़ के प्रदीप वर्मा, सदर के अखिलेश कुमार, गोला के मोहम्मद अनीश खान, बांकेगंज के कमलेश कुमार, बिजुआ के अरविंद कुमार, मितौली के संदीप कुमार और हरजेश सिंह, बेहजम के अनिल कुमार, पलिया के सुनील कुमार, अहमद अली और रोहित वर्मा, निघासन के जितेंद्र कुमार और दिलीप कुमार, रमियाबेहड़ के अनिल कुमार व योगेश कुमार, धौरहरा के रामसागर, ईसानगर के गुड्डू लाल, मोहम्मदी के सुशील कुमार यादव व नरेंद्र कुमार तथा पसगवां के अरविंद और रशीद अंसारी को सम्मानित किया गया।
फार्मर रजिस्ट्री बनने से किसानों को एक स्थायी डिजिटल पहचान मिलती है, सरकारी योजनाओं का लाभ बिना अतिरिक्त सत्यापन के प्राप्त होता है, एमएसपी पर खरीद संबंधी प्रक्रियाएं आसान होती हैं, फसल नुकसान की स्थिति में वास्तविक मुआवजा मिलता है और पीएम किसान सम्मान निधि की किस्तें समय पर प्राप्त होती हैं। इस व्यवस्था से किसानों के अभिलेख सुरक्षित रहते हैं और प्रशासनिक प्रक्रियाएं सरल हो जाती हैं।