
रामनगर, बाराबंकी। सुप्रसिद्ध तीर्थ लोधेश्वर महादेवा महोत्सव के सांस्कृतिक मंच पर शुक्रवार की रात पीयूष ब्रदर्स म्यूजिकल ग्रुप ने अपने धमाकेदार म्यूजिकल बैंड के साथ ऐसा रंग जमाया कि पूरा पंडाल तालियों और जयघोष से गूंज उठा। कार्यक्रम शुरू होते ही माहौल पूरी तरह संगीतमय हो गया और दर्शक मंत्रमुग्ध होकर सीटों से चिपक गए।
मुख्य गायक सेवा भारती ने अपने पहले ही गीत “दूल्हा बने हैं बाबा उज्जैन की नगरी से” से ऐसा जादू बिखेरा कि दर्शक तालियों की गड़गड़ाहट से मंच को झंकृत करते रहे। उनकी आवाज़ में भक्ति और उत्साह का ऐसा संगम देखने को मिला कि श्रोताओं का मन स्वतः ही शिव भक्ति में डूब गया।
इसके बाद जब उन्होंने भजन “मैं दीवानी शिव शंकर की” प्रस्तुत किया तो पूरा वातावरण ओम नमः शिवाय के सुरों में रंग गया। दर्शक भक्ति रस में सराबोर होकर झूमते और तालियां बजाते नजर आए। मंच के सामने बैठे श्रद्धालु इस प्रस्तुति को रिकॉर्ड करने में जुट गए।
इसके बाद कार्यक्रम पूरी तरह बॉलीवुड म्यूजिक का रंग लेने लगा। सेवा भारती ने जब मशहूर गीत “मेरे रश्के कमर तेरी पहली नजर” सुनाया तो महोत्सव का माहौल रोमांचक हो उठा। युवा दर्शकों ने हूटिंग, तालियों और मोबाइल फ्लैश लाइट के साथ इस प्रस्तुति का स्वागत किया।
फिर आई वह प्रस्तुति जिसने मंच पर जैसे आग ही लगा दी—उनका गीत “तुम्हें दिल्लगी भूल जानी पड़ेगी” सुनते ही दर्शक खड़े होकर झूमने लगे। उनकी मधुर आवाज़ और सुरों की लयकारी ने श्रोताओं को इस कदर प्रभावित किया कि पूरे ग्राउंड में तालियों की गूंज सुनाई देती रही। इस गीत के दौरान खूब वह-वाही हुई और दर्शक ‘एक बार और’ की गुहार लगाने लगे।
इस मनमोहक संगीतमय प्रस्तुति में सेवा भारती के साथ कलाकार दुर्गेश वर्मा, नरोत्तम त्रिपाठी, शान यदुवंशी अपनी उत्कृष्ट संगत से कार्यक्रम को और भी यादगार बना रहे थे। गिटार, कीबोर्ड, ढोलक और मृदंग की ताल पर समा ऐसा बंधा कि देर रात तक दर्शक मंच से नजरें नहीं हटा पाए।
लोधेश्वर महादेवा महोत्सव में हर वर्ष संगीत, भक्ति और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होता है, लेकिन इस बार पीयूष ब्रदर्स म्यूजिकल ग्रुप की प्रस्तुति ने दर्शकों के दिलों पर जो छाप छोड़ी, वह लंबे समय तक याद की जाएगी। आयोजन समिति के सदस्यों ने भी मंच से कलाकारों की सराहना करते हुए उन्हें धन्यवाद दिया।
कार्यक्रम के दौरान पूरा क्षेत्र रोशनी, भक्ति और संगीत की गूंज से भर गया। बच्चे, महिलाएं और बुजुर्ग सभी कलाकारों की प्रस्तुति पर थिरकते और आनंदित होते दिखे। महोत्सव में पहुंचे लोगों का कहना था कि सेवा भारती और उनकी टीम ने इस बार की संगीतमय रात्रि को वास्तव में अविस्मरणीय बना दिया।
लोधेश्वर महादेवा महोत्सव के इस रंगारंग संगीतमय कार्यक्रम ने दिखा दिया कि कला, संस्कृति और भक्ति का संगम जब एक साथ मंच पर उतरता है तो वह हर दिल को छू जाता है।