800 हेक्टेयर में बसेगा माघ मेला, 15 करोड़ श्रद्धालु लगाएंगे त्रिवेणी में डुबकी: सीएम योगी

प्रयागराज। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को प्रयागराज पहुंचे, जहां उन्होंने व्यक्तिगत कार्यक्रमों में सम्मिलित होने के बाद माघ मेले की तैयारियों का स्थलीय निरीक्षण किया। सीएम योगी ने लाइफ जैकेट पहनकर स्टीमर से त्रिवेणी संगम का भ्रमण किया, पक्षियों को दाना खिलाया और वेद मंत्रोच्चार के बीच ब्राह्मणों द्वारा गंगा पूजन कराया। संगम धारा में बने मंच से उन्होंने मां गंगा को दूध भी अर्पित किया।

मेला क्षेत्र में समीक्षा बैठक के बाद मीडिया से संवाद करते हुए मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि “माघ मेले की तैयारियाँ शुरू हो चुकी हैं। इस बार मेला 800 हेक्टेयर में बसाया जा रहा है और 12 से 15 करोड़ श्रद्धालुओं के संगम स्नान की संभावना है।” उन्होंने बताया कि पिछले वर्षों की तुलना में इस बार मेला और अधिक भव्य, सुरक्षित और दिव्य होगा।

सीएम का प्रयागराज दौरा

शनिवार सुबह सीएम योगी बमरौली एयरपोर्ट पहुंचे। इसके बाद वे सिविल लाइंस स्थित होटल कान्हा श्याम पहुंचे जहां हाईकोर्ट के वरिष्ठ न्यायाधीश एम.सी. त्रिपाठी की पुत्री के विवाह समारोह में सम्मिलित हुए। इसके बाद वे भाजपा विधायक हर्षवर्धन बाजपेयी के आवास पर आयोजित हनुमान प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव में शामिल हुए।
मेला क्षेत्र पहुंचकर उन्होंने लेटे हनुमान मंदिर में पूजा-अर्चना की।

माघ मेले को भव्य बनाने की तैयारी

महाकुंभ के बाद यह पहला माघ मेला है, जिसे योगी सरकार भव्य और दिव्य स्वरूप देने जा रही है। प्रशासन ने बड़े स्तर पर कार्य शुरू कर दिए हैं—

मेले की सुरक्षा:

मेले में सीसीटीवी और एआई कैमरों से व्यापक मॉनिटरिंग

17 थाने, 42 पुलिस चौकियाँ

20 फायर टेंडर, 7 अग्निशमन चौकियाँ

20 वॉच टावर, एक जल पुलिस थाना व 4 सब-कंट्रोल रूम

8 किमी. लंबी डीप वाटर बैरिकेडिंग

बस और परिवहन व्यवस्था:

3800 बसें चलाई जाएँगी

परिवहन निगम की 3000 बसें शामिल

75 शटल बसें मेला क्षेत्र में

शहर और मेला क्षेत्र के लिए इलेक्ट्रिक बसें

200 बसें रिज़र्व में

स्वच्छता और व्यवस्थाएँ:

25,000 शौचालय

8,000 डस्टबिन

10 लाख से अधिक लाइनर बैग

20 सक्शन वाहन

3,000 सफाईकर्मी

टेंट सिटी व आवासीय सुविधा:
टेंट सिटी के निर्माण का कार्य तेजी से जारी।

स्वास्थ्य सुविधा:

दो अस्पताल, प्रत्येक में 20–20 बेड

इन्फ्रास्ट्रक्चर की बड़ी तैयारी

सिंचाई विभाग:
10,000 क्यूसेक शुद्ध जल की निरंतर उपलब्धता सुनिश्चित करेगा।

नमामि गंगे:
गंगा जल की शुद्धता की जिम्मेदारी।

पावर कॉर्पोरेशन:

47 किमी. एचटी लाइन

360 किमी. एलटी लाइन

25 अस्थायी सब-स्टेशन

पीडब्ल्यूडी:

सड़क और संपर्क मार्ग

7 पांटून पुल

160 किमी. के दायरे में चकर्ड प्लेट

जल निगम:

242 किमी. पेयजल पाइपलाइन

85 किमी. सीवर लाइन (गंगा-यमुना में रिसाव रोकने हेतु)

माघ मेले के प्रमुख स्नान

3 जनवरी – पौष पूर्णिमा

15 जनवरी – मकर संक्रांति

18 जनवरी – मौनी अमावस्या

23 जनवरी – बसंत पंचमी

1 फरवरी – माघ पूर्णिमा

15 फरवरी – महाशिवरात्रि