
रामनगर। सात दिवसीय महादेवा महोत्सव का समापन भव्य आतिशबाजी के साथ हुआ, जिसमें प्रशासन, जनप्रतिनिधियों और नागरिकों की उल्लेखनीय सहभागिता देखने को मिली। महोत्सव में जहां बड़े स्तर पर भीड़ उमड़ी, वहीं सांस्कृतिक कार्यक्रमों और नृत्य-नाटिकाओं ने लोगों का मन मोह लिया।
समापन समारोह में पहुंचे एसपी अर्पित विजयवर्गीय ने सभी सहयोगियों और अधिकारियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि सात दिनों तक जिस टीम भावना से कार्य हुआ, वह सराहनीय है। ज्वाइंट मजिस्ट्रेट गुंजिता अग्रवाल द्वारा नेतृत्व किए गए इस सात दिवसीय महोत्सव की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि यह आयोजन सभी के सामूहिक प्रयासों से सफल हुआ। निवर्तमान विधायक शरद अवस्थी ने भी कहा कि इतना विशाल आयोजन तभी संभव हो पाता है जब सभी विभाग मिलकर कार्य करें। उन्होंने बताया कि योगी सरकार ने कारीडोर निर्माण के लिए धन आवंटित किया है और अधिकारियों के सहयोग से बाधाएँ दूर होते ही यह भव्य कारीडोर क्षेत्र के विकास को नई गति देगा।
महोत्सव के दौरान उत्कृष्ट सेवा देने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों को ज्वाइंट मजिस्ट्रेट गुंजिता अग्रवाल, सीओ गरिमा पंत और पूर्व विधायक शरद अवस्थी द्वारा मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया। इस दौरान जिला जज प्रतिभा श्रीवास्तव, सीजेएम सुधा सिंह, तहसीलदार विपुल कुमार सिंह, नायब तहसीलदार विजय प्रकाश तिवारी, पर्यावरण समिति सदस्य बृजेश शर्मा, बीडीओ रामनगर जितेंद्र कुमार, कोतवाल अनिल पांडेय, मसौली के अमित कुमार सहित कई अधिकारी उपस्थित रहे।
महोत्सव में सबसे अधिक सराहना मनमौजी अघोरी आर्ट ग्रुप की नृत्य-नाटिका ‘होली खेले मसाने में’ और ‘शिव विवाह’ प्रहसन को मिली। कलाकारों ने अघोरी आगमन, भभूती नृत्य से लेकर भोलेनाथ की बारात, सती वियोग, भगवान शिव के रौद्र रूप और दक्ष प्रजापति के अंत तक का मंचन जबरदस्त ऊर्जा और भावनाओं के साथ प्रस्तुत किया। ‘होली खेले मसाने में’ गीत पर प्रस्तुत महामसान की होली का दृश्य दर्शकों में रोमांच पैदा कर गया।
कार्यक्रम का निर्देशन रवि कनौजिया ने किया। शिव की भूमिका में सोनू मनमौजी, पार्वती की भूमिका में सपना, दक्ष के रूप में संदीप प्रजापति और अघोरी की भूमिकाओं में शनि, छोटू, विशाल सहित कई कलाकारों ने शानदार अभिनय कर दर्शकों की खूब वाहवाही लूटी। उज्जैन महाकाल की आरती का सजीव मंचन भी दर्शकों को भक्ति रस में सराबोर कर गया।
भव्य समापन, उत्साहपूर्ण भीड़ और आकर्षक सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने इस वर्ष का महादेवा महोत्सव यादगार बना दिया।