कब्जा पाकर खिले पट्टेदारों के चेहरे, अब ‘अपनी जमीन–अपनी छत’ का सपना होगा पूरा

9 वर्ष के इंतजार के बाद पट्टेदारों को मिला कब्जा

फतेहपुर सीकरी। लंबे समय से परेशान पट्टेदारों के लिए सोमवार का दिन उम्मीदों की नई किरण लेकर आया। लगातार 13 दिनों से सदर तहसील प्रांगण में धरने पर बैठे किसान नेता दलीप चौधरी और पीड़ित पट्टेदारों की मेहनत आखिरकार सफल रही। राजस्व विभाग की टीम गांव पहुंची और 9 वर्षों से जमीन के वास्तविक कब्जे से वंचित पड़े पट्टेदारों को उनका अधिकार दिलाया।

बताया गया कि सीकरी चार हिस्सा के 20 ग्रामीणों को वर्ष 2016 में आवासीय पट्टे आवंटित किए गए थे। लेकिन राजस्व विभाग की लापरवाही के कारण इनमें से केवल 8 पट्टेदारों को ही कब्जा मिल पाया, जबकि शेष 12 पट्टेदार वर्षों से अपनी जमीन के इंतजार में थे।

पट्टा निरस्त कराने की कोशिशें भी हुईं—
वर्ष 2018 में कुछ लोगों द्वारा इन आवासीय पट्टों को निरस्त कराने का प्रकरण एडीएम प्रशासन की कोर्ट में पहुंचा, लेकिन 2019 में एडीएम प्रशासन ने आपत्तियां खारिज करते हुए पट्टेदारों के पक्ष में फैसला सुनाया। इसके बावजूद राजस्व विभाग कब्जा उपलब्ध कराने में विफल रहा।

इसी समस्या को लेकर किसान नेता दलीप चौधरी ने जिलाधिकारी अरविंद मलप्पा बंगारी से शिकायत की, जिसके बाद वे पट्टेदारों के साथ धरने पर बैठ गए। लगातार दबाव और पीड़ितों की मांग के बाद उपजिलाधिकारी के निर्देश पर सोमवार को राजस्व टीम गांव पहुंची और सभी 12 पट्टेदारों को कब्जा दिलाया।

कब्जा मिलते ही पट्टेदारों के चेहरों पर खुशी साफ झलक रही थी। उन्होंने कहा—
“अब हमारा अपनी जमीन और अपनी छत का सपना सच होगा।”