दबंग शराबियों के हमले में घायल की मौत, पुलिस पर गंभीर आरोप

रिश्वत न मिलने पर उल्टा पीड़ितों पर ही कर दी कार्रवाई, परिजनों का हंगामा

गोण्डा। वजीरगंज थाना क्षेत्र के रायपुररूपीपुर गांव में शराब के नशे में दबंगों द्वारा घर पर चढ़कर किये गये हमले में घायल हुए व्यक्ति की बुधवार रात इलाज के दौरान मौत हो गई। घटना के बाद परिजनों ने पुलिस पर गंभीर लापरवाही व रिश्वत मांगने के आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया। काफी समझाने-बुझाने के बाद परिजनों ने शव पोस्टमार्टम के लिए पुलिस को सौंपा। पुलिस ने मृतक की पत्नी की तहरीर पर पांच नामजद आरोपियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया है।

मृतक की पत्नी निशा सिंह के अनुसार, उमरीबेगमगंज थाना क्षेत्र के अमदही निवासी उनके पति शिवदास सिंह 22 नवंबर को भतीजे की शादी में शामिल होने मायके रायपुररूपीपुर आये थे। 25 नवंबर की रात गांव के ही प्रमोद सिंह शराब के नशे में घर पर पहुंचा। नई दुल्हन के घर होने के चलते उसे रोकना पड़ा, जिसके बाद वह वहां से चला गया।

आरोप है कि इसी बात से नाराज होकर रात करीब नौ बजे प्रमोद सिंह अपने साथियों—रामधीरज, शम्भू सिंह, अर्जुन सिंह और राजेश सिंह के साथ तलवार व लाठी-डंडों से लैस होकर आया और गाली-गलौज करने लगा। विरोध करने पर आरोपियों ने शिवदास पर हमला कर दिया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए।

पीड़िता का आरोप है कि सूचना देने पर वजीरगंज पुलिस ने पहले दो हजार रुपये रिश्वत मांगी और रकम न देने पर उसे थाने से भगा दिया।

मृतक के बेटे सुधांशु सिंह के अनुसार, रिश्वत न मिलने से नाराज पुलिस ने ग्राम प्रधान के दबाव में आकर उल्टा पीड़ित पक्ष पर एनसीआर दर्ज कर घर के एक सदस्य को बैठा लिया। समय पर उपचार न मिलने के कारण शिवदास की मौत हो गई।

परिजनों का कहना है कि यदि पुलिस समय रहते मामला दर्ज कर मेडिकल परीक्षण करवाती और मेडिकल कॉलेज भेजती, तो शायद शिवदास की जान बच सकती थी। लेकिन वजीरगंज पुलिस की संवेदनहीनता और रिश्वतखोरी ने एक परिवार को अपूरणीय क्षति पहुंचा दी।