
अछनेरा। निर्माणाधीन कीथम–भांडई बाईपास रेल लाइन के कारण चकरोड़ संख्या 24 बंद किए जाने के विरोध में गांव नागर के किसानों का अनिश्चितकालीन धरना सत्रहवें दिन भी जारी रहा। किसान 11 नवंबर से प्रस्तावित रेलवे पुल 32 के पास धरने पर बैठे हैं और प्रशासनिक उदासीनता के खिलाफ लगातार आवाज उठा रहे हैं।
किसान–मजदूर नेता चौधरी दिलीप सिंह ने बताया कि चकरोड़ बंद होने से किसानों को खेतों तक पहुंचने के लिए चार से पाँच गुना अधिक दूरी तय करनी पड़ रही है, जिससे खेती-किसानी पर गंभीर असर पड़ रहा है। उन्होंने चेतावनी दी कि शासन–प्रशासन और रेलवे विभाग की लगातार उपेक्षा आंदोलन को उग्र रूप दे सकती है।
आंदोलित किसानों ने बताया कि समस्या के समाधान के लिए प्रशासन को कई बार निवेदन किया गया, परंतु कोई ठोस कदम अब तक नहीं उठाया गया। किसानों ने निर्णय लिया है कि आगामी 4 दिसंबर को पंचायत कर आगे की रणनीति तय की जाएगी।
धरने के सत्रहवें दिन मुकेश चौधरी, भूरा नरवार, सुखपाल सिंह, अचल सिंह, रामचंद्र, प्रदीप राणा, वेद प्रकाश सोलंकी, मेघ सिंह सोलंकी, राजेंद्र सिंह, अजयपाल सिंह, राजू नरवार, बलवीर सिंह, बाबूलाल समेत अनेक किसान मौजूद रहे।