इटावा के बाल्मीकि आश्रम के विकास पर 70 लाख रुपये खर्च होंगे: पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह

लखनऊ, उत्तर प्रदेश सरकार रामायणकालीन स्थलों के संरक्षण और विकास को लेकर तेज़ी से काम कर रही है। इसी क्रम में इटावा जनपद के बड़पुरा क्षेत्र में स्थित प्राचीन महर्षि बाल्मीकि आश्रम के समग्र विकास के लिए 70 लाख रुपये की स्वीकृति दी गई है। यह कार्य मुख्यमंत्री पर्यटन स्थलों के विकास योजना के अंतर्गत किया जाएगा।

पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि बाल्मीकि आश्रम धार्मिक, ऐतिहासिक और सांस्कृतिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण स्थल है, इसलिए इसके विकास को प्राथमिकता दी जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार रामायण से जुड़े हर महत्वपूर्ण स्थल को विश्व पटल पर पहचान दिलाने के उद्देश्य से योजनाबद्ध तरीके से कार्य कर रही है।

मंत्री ने बताया कि विकास परियोजना में मंदिर परिसर का सौंदर्यीकरण, प्रकाश व्यवस्था, पेयजल सुविधा, शौचालय निर्माण, सड़क सुधार, बैठने की व्यवस्था, सूचना-पर्यटन केंद्र, और परिसर में पर्यावरणीय संरक्षण से जुड़े कार्य शामिल होंगे। इससे न केवल श्रद्धालुओं और पर्यटकों को बेहतर सुविधाएँ मिलेंगी, बल्कि धार्मिक पर्यटन को भी नया आयाम मिलेगा।

उन्होंने कहा कि इटावा जनपद प्राकृतिक, धार्मिक और ऐतिहासिक धरोहरों के कारण पर्यटकों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र बन रहा है। इटावा लायन सफारी पार्क, चंबल अभ्यारण्य, सुमेर सिंह किला एवं सरसई नावर वेटलैंड जैसे प्रमुख स्थल पहले ही बड़ी संख्या में सैलानियों को आकर्षित कर रहे हैं। पर्यटन विभाग के अनुसार, वर्ष 2025 के केवल तीन महीनों में ही 10 लाख से अधिक पर्यटक इटावा पहुंचे, जो जिले में रिकॉर्ड वृद्धि को दर्शाता है।

मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि बाल्मीकि आश्रम का विकास पूरा होने के बाद यह स्थल न सिर्फ धार्मिक दृष्टि से बल्कि पर्यटक आकर्षण के रूप में भी नई पहचान हासिल करेगा। इससे स्थानीय लोगों को रोजगार और आर्थिक गतिविधियों में भी बढ़ोतरी होगी।