
देवरिया जिले में SIR ड्यूटी पर तैनात लेखपाल आशीष कुमार की हृदय गति रुकने से मौत हो गई। सलेमपुर तहसील क्षेत्र के निवासी आशीष का पार्थिव शरीर गांव पहुंचते ही कोहराम मच गया। छोटे-छोटे बच्चों को पिता विहीन देखकर हर किसी की आंख नम हो उठी। घर का माहौल चीख-पुकार से गूंज उठा।
सूचना मिलते ही उपजिलाधिकारी दिशा श्रीवास्तव, तहसीलदार अलका सिंह, नायब तहसीलदार गोपाल जी सहित तहसील प्रशासन मौके पर पहुंचा। वहीं जिले भर से सैकड़ों लेखपाल साथी के अंतिम दर्शन के लिए जुट गए।

परिजनों और लेखपाल संघ ने गंभीर आरोप लगाए कि SIR को लेकर बना लगातार दबाव और अत्यधिक कार्यभार के कारण आशीष की तबीयत लंबे समय से बिगड़ रही थी। आक्रोशित लेखपालों ने जिलाधिकारी को मौके पर बुलाने की मांग करते हुए शव न उठाने का निर्णय लिया। उनका कहना था कि जब तक मृतक परिवार को उचित सहायता, आश्रित को नौकरी और न्यायिक जांच का आश्वासन नहीं मिलेगा, अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा।
मौके पर पहुंचे पूर्व सपा विधायक मनबोध प्रसाद और माकपा नेता सतीश कुमार ने परिवार को सांत्वना दी और प्रशासन से पीड़ित परिवार की हरसंभव मदद की मांग की।
गांव में देर शाम तक तनाव व शोक का माहौल बना रहा। प्रशासन व लेखपाल संघ के बीच वार्ता जारी है।