निजामपुर गौशाला में अव्यवस्थाओं का अंबार, ठंड से बचाव के नाम पर सिर्फ खाना-पूर्ति


पाली, हरदोई।
भरखनी ब्लॉक की ग्राम पंचायत निजामपुर स्थित निराश्रित गोवंश आश्रय स्थल की स्थिति प्रशासनिक दावों के बिल्कुल विपरीत मिली है। जिलाधिकारी द्वारा गोवंशों को ठंड से बचाने के लिए तिरपाल लगाने के निर्देश दिए गए थे, लेकिन मौके पर पहुंचे तो हकीकत बिल्कुल अलग थी।

गौशाला में टीन के दो शेड तो बने हैं, परन्तु दोनों ही चारों ओर से खुले हुए हैं और इनमें तिरपाल नहीं लगाया गया है। इससे ठंड में गोवंश ठिठुरने को मजबूर हैं। एक टीन शेड की चरनी पूरी तरह खाली मिली, जबकि दूसरे में धान का कटा हुआ पुआल भरा हुआ था, जिसे जानवर छू भी नहीं रहे थे। आश्रय स्थल में करीब ढाई दर्जन गोवंश मौजूद मिले, जबकि गेट पर ताला लटका था और कोई केयरटेकर या कर्मचारी मौजूद नहीं था। इससे साफ है कि गौशाला में गोवंशों की देखरेख भगवान भरोसे छोड़ दी गई है।

ग्राम प्रधान मोहिउद्दीन खां से संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन कॉल रिसीव नहीं हुई। वहीं प्रभारी पशु चिकित्साधिकारी भरखनी, डॉ. धर्मेंद्र वर्मा ने बताया कि इस गौशाला को जल्द ही अमिरता स्थानांतरित किया जाना है। उन्होंने कहा कि जब तक गोवंश यहां हैं, ठंड से बचाव और उचित देखरेख के लिए प्रधान को निर्देशित किया जाएगा।