कृति सेवा के स्वर्णिम दस वर्ष : देशज 2025 को लेकर लोकगायिका की प्रेस वार्ता

लखनऊ में देशज 2025—भारतीय लोककला के भव्य राष्ट्रीय उत्सव—के आयोजन को लेकर शनिवार को लोकगायिका ने प्रेसवार्ता की। यह उत्सव 6-7 दिसंबर को लोहिया पार्क में आयोजित होगा। प्रेसवार्ता के दौरान उत्सव के पांचवें संस्करण से जुड़ी जानकारी साझा की गई।

सोनचिरैया संस्था, जो पिछले 15 वर्षों से देशभर की लोक कलाओं और परंपराओं के संरक्षण और संवर्धन के लिए कार्य कर रही है, इस आयोजन का संचालन करती है। संस्था ने इसे केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि एक सांस्कृतिक आंदोलन बताया, जिसका मुख्य उद्देश्य भारतीय लोक कलाओं को उनके मूल, प्रामाणिक और परिष्कृत स्वरूप में पुनर्स्थापित करना है।

पिछले चार वर्षों से लखनऊ में सफलतापूर्वक आयोजित हो रहा देशज उत्सव भारतीय लोक जीवन की विविधता को एक मंच पर लाने का अनूठा प्रयास रहा है। इस वर्ष भी कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण देश के विभिन्न राज्यों से आने वाले सैकड़ों जनजातीय और ग्रामीण लोक कलाकारों द्वारा रंगारंग लोकनृत्य और संगीत की प्रस्तुति होगी।
प्रेस कांफ्रेंस के बाद आए हुए कलाकारों की नौका शोभा यात्रा भी निकाली गई, जिसने माहौल को और अधिक रंगीन बना दिया।

उत्सव में शामिल होंगी—

लगभग 300 लोक कलाकारों की पारंपरिक प्रस्तुतियाँ

विशिष्ट लोकगायन और वादन परंपराओं का संगम

लोकविद्वानों, संस्कृति विशेषज्ञों एवं कलाकारों के संवाद सत्र

विभिन्न राज्यों के हस्तशिल्प एवं कला बाज़ार

क्षेत्रीय व्यंजनों का विशेष फूड ज़ोन

युवा कलाकारों के लिए प्रेरणादायी मंच

कार्यक्रम के अंत में देशज 2025 का आधिकारिक पोस्टर लॉन्च भी किया गया।