संविधान की मूल भावना से छेड़छाड़ कर रही भाजपा सरकार: सावित्रीबाई फुले

बहराइच। मिहींपुरवा में डॉ. भीमराव अंबेडकर परिनिर्वाण दिवस के अवसर पर संविधान रक्षक सेना द्वारा मटिया मोड़ पर श्रद्धांजलि सभा एवं संविधान बचाओ – वोट बचाओ महासम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का नेतृत्व संविधान रक्षक सेना के अध्यक्ष अक्षयवर नाथ कनौजिया ने किया तथा अध्यक्षता बौद्ध भंते द्वारा की गई। मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व सांसद सावित्रीबाई फुले और विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रयागपुर के पूर्व विधायक मुकेश श्रीवास्तव शामिल हुए।

कार्यक्रम की शुरुआत बुद्ध वंदना, महात्मा गौतम बुद्ध व डॉ. भीमराव अंबेडकर के चित्र पर माल्यार्पण, पुष्प वर्षा एवं दीप प्रज्वलन के साथ हुई। क्षेत्र की महिला संगीत टोली ने गीतों के माध्यम से डॉ. अंबेडकर के जीवन पर प्रकाश डालते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।

सभा को सम्बोधित करते हुए पूर्व सांसद सावित्रीबाई फुले ने कहा कि वर्तमान भाजपा सरकार संविधान की मूल भावना से छेड़छाड़ कर रही है। उन्होंने कहा कि सत्ता में बैठे लोग संविधान में बदलाव करना चाहते हैं, जो जनता को दिए गए अधिकारों पर सीधा हमला है। उन्होंने बताया कि सांसद रहते हुए उन्होंने संसद और बाहर भी कई मंचों पर संविधान के पक्ष में अपनी आवाज बुलंद की। जब उन्होंने देखा कि संविधान के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है, तो उन्होंने सत्ता का मोह त्यागकर संविधान की रक्षा के लिए भाजपा से किनारा कर लिया।
उन्होंने कहा, “जो अधिकार हमें बाबा साहब ने संविधान के माध्यम से दिए, उनकी रक्षा के लिए हमें सड़क से लेकर सदन तक संघर्ष करना होगा।”

विशिष्ट अतिथि पूर्व विधायक मुकेश श्रीवास्तव ने कहा कि वर्तमान सरकार संविधान संशोधन के नाम पर बाबा साहब द्वारा बनाए गए संविधान को बदलने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि संविधान में प्रदत्त अधिकारों को छीनने का प्रयास लोकतंत्र के लिए खतरनाक है।
उन्होंने आगे कहा कि जब सावित्रीबाई फुले 2012 में बलहा की विधायक थीं, तब सदन में बलहा की आवाज गूंजती थी, लेकिन आज ऐसा लगता है कि क्षेत्र में “जंगल राज” की स्थिति है और विधानसभा में बलहा की आवाज सुनाई नहीं देती।

कार्यक्रम को सरदार मंजीत सिंह बाबा, जीशान अहमद, मिथिलेश यादव समेत कई वक्ताओं ने भी संबोधित किया।
इस दौरान सरदार गुरमीत सिंह, रामफेरन पासवान, शिवपाल यादव, पूर्व प्रधान प्रेमधारी, पूर्व प्रधान ध्रुपदेव, चंदन निषाद, धूम मौर्य, ताराचंद गौतम, शहाबुद्दीन नेता, संतराम चौहान समेत बड़ी संख्या में क्षेत्रीय कार्यकर्ता मौजूद रहे।
कार्यक्रम में हजारों की संख्या में महिला और पुरुषों की उपस्थिति रही।