
कुशीनगर। कभी नकली नोट, कभी धर्मांतरण तो कभी दुष्कर्म के आरोपों को लेकर सुर्खियों में रहने वाले रेडहिल रियल एस्टेट कंपनी के मालिक आलमगीर एक बार फिर चर्चा के केंद्र में आ गए हैं। मंगलवार को आयकर विभाग की टीम ने कसया स्थित आलमगीर के आवास और रेडहिल रियल एस्टेट के कार्यालय पर एक साथ छापेमारी कर कई घंटों तक गहन जांच-पड़ताल की। सूत्रों के मुताबिक इस कार्रवाई में टैक्स चोरी से जुड़े बड़े खुलासे होने की संभावना जताई जा रही है।
जानकारी के अनुसार आयकर विभाग की टीम मंगलवार सुबह करीब आठ बजे एक साथ आलमगीर के घर और कार्यालय पहुंची। छापेमारी के दौरान आलमगीर, उनके परिजनों और सहयोगियों के मोबाइल फोन जब्त कर लिए गए। टीम ने कंपनी से जुड़े दस्तावेजों, लेन-देन के रिकॉर्ड और अन्य कागजातों को बारीकी से खंगाला। हालांकि आयकर विभाग की ओर से कार्रवाई को लेकर आधिकारिक तौर पर कोई जानकारी साझा नहीं की गई है और टीम मीडिया से दूरी बनाए हुए है।
स्थानीय लोगों के अनुसार आलमगीर ने वर्ष 2020 में महज पांच लाख रुपये से जमीन की खरीद-फरोख्त का कारोबार शुरू किया था। बताया जाता है कि महज पांच वर्षों में उन्होंने अरबों रुपये की संपत्ति खड़ी कर ली और एक बड़ा रियल एस्टेट एम्पायर बना लिया। इतनी कम अवधि में हुए इस असाधारण आर्थिक विस्तार को लेकर पहले से ही सवाल उठते रहे हैं। बीते अगस्त माह में लखनऊ से प्रकाशित समाचार पत्रों में भी “जमीन की दलाली से लेकर कंपनी के मालिक बनने तक आलमगीर का सफर” शीर्षक से खबर प्रकाशित हुई थी, जिसमें उनके आय के स्रोत और कारोबार के तरीकों पर सवाल खड़े किए गए थे।
बताया जाता है कि आलमगीर मूल रूप से बिहार के गोपालगंज जिले के निवासी हैं और पहले कमीशन पर जमीन की दलाली किया करते थे। वर्ष 2019 में उन्होंने अपने गांव की एक जमीन पांच लाख रुपये में बेचकर रेडहिल रियल एस्टेट कंपनी की स्थापना की। इसके बाद कंपनी का विस्तार तेजी से हुआ। आलमगीर का दावा रहा है कि उनकी कंपनी में 400 से अधिक कर्मचारी कार्यरत हैं, जिनमें से करीब 200 कर्मचारी प्रतिदिन 20 हजार रुपये बतौर एडवांस जमा करते हैं। इस हिसाब से कंपनी में हर महीने लगभग 12 करोड़ और सालाना 144 करोड़ रुपये केवल एडवांस के रूप में जमा होते हैं। सवाल यह भी उठता रहा है कि क्या इस रकम का पूरा टैक्स नियमानुसार जमा किया जाता है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि खेती की जमीन को आवासीय में परिवर्तित कराने और प्लॉटिंग से जुड़े नियमों के पालन को लेकर भी रेडहिल रियल एस्टेट पर पहले सवाल उठ चुके हैं। आयकर विभाग की मौजूदा छापेमारी को लोग उन्हीं सवालों और मीडिया रिपोर्टों से जोड़कर देख रहे हैं। फिलहाल आयकर विभाग की जांच जारी है और सूत्रों का मानना है कि यह कार्रवाई अभी और आगे बढ़ सकती है।