थानाध्यक्ष को हटाने की मांग को लेकर अधिवक्ताओं ने किया कप्तान कार्यालय का घेराव, एसओ सफदरगंज पर गंभीर आरोप

बाराबंकी। जिले के एक अधिवक्ता को थाने बुलाकर मारपीट करने और लॉकअप में बंद किए जाने के आरोप को लेकर सोमवार को अधिवक्ताओं का आक्रोश सड़कों से लेकर पुलिस अधीक्षक कार्यालय तक देखने को मिला। जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष नरेन्द्र वर्मा व महामंत्री रामराज यादव के संयुक्त नेतृत्व में अधिवक्ताओं ने जमकर नारेबाजी करते हुए कप्तान कार्यालय का घेराव किया और थाना सफदरगंज के थानाध्यक्ष को हटाने की मांग की।
जानकारी के अनुसार तहसील सिरौलीगौसपुर के ग्राम बीरबल पुरवा, थाना सफदरगंज निवासी अधिवक्ता चंद्रेश वर्मा को थानाध्यक्ष द्वारा फोन कर थाने बुलाया गया, जहां कथित तौर पर उनकी पत्नी की शिकायत के आधार पर उनके साथ मारपीट की गई और उन्हें लॉकअप में बंद कर दिया गया। घटना की जानकारी मिलते ही जिले भर के अधिवक्ताओं में रोष फैल गया।
जिला बार परिसर में एकत्र अधिवक्ताओं ने जुलूस की शक्ल में प्रदर्शन शुरू किया। सिविल कोर्ट परिसर से निकलकर अधिवक्ता अयोध्या राजमार्ग पहुंचे, जहां आंशिक जाम लगाकर पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की गई। इसके बाद सभी अधिवक्ता पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे और कार्यालय का घेराव कर दिया। हजारों की संख्या में अधिवक्ताओं के एकत्र होने से पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया।
इस दौरान सीओ और अपर पुलिस अधीक्षक ने अधिवक्ताओं को समझाने का प्रयास किया, लेकिन आक्रोशित अधिवक्ता थानाध्यक्ष के निलंबन की मांग पर अड़े रहे। पुलिस अधीक्षक अर्पित विजयवर्गीय ने भी मौके पर पहुंचकर वार्ता का प्रयास किया। अंततः जिला बार अध्यक्ष नरेन्द्र वर्मा, पूर्व अध्यक्ष रामगोपाल शुक्ला, पूर्व वरिष्ठ उपाध्यक्ष कौशल किशोर त्रिपाठी, रमन द्विवेदी, अनुराग शुक्ला, ज्ञानेश शुक्ला, बलराम सिंह सहित अन्य अधिवक्ताओं और पीड़ित अधिवक्ता चंद्रेश वर्मा की एसपी से वार्ता हुई।
पुलिस अधीक्षक ने आश्वासन दिया कि थाना सफदरगंज के थानाध्यक्ष के विरुद्ध आवश्यक कार्रवाई की जाएगी तथा पीड़ित अधिवक्ता के खिलाफ दर्ज मामले को भी समाप्त किया जाएगा। इसके बाद देर शाम अधिवक्ताओं ने अपना आंदोलन समाप्त किया।