न्यायालय के आदेश पर तीन माह बाद हिमांशु का शव कब्र से निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया


उचौलिया, लखीमपुर खीरी।
तीन माह पूर्व कथित झोलाछाप डॉक्टर के गलत इलाज से 15 वर्षीय किशोर हिमांशु की मौत के मामले में आखिरकार न्यायालय के आदेश पर बड़ी कार्रवाई हुई। सोमवार को प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में हिमांशु का शव कब्र से निकलवाकर पोस्टमार्टम के लिए जिला मुख्यालय भेजा गया। इस कार्रवाई के दौरान भारी पुलिस बल तैनात रहा और बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर मौजूद रहे।
जानकारी के अनुसार जनपद लखीमपुर खीरी की कोतवाली पसगवां क्षेत्र के ग्राम गणेशपुर निवासी विमलेश राठौर ने अपने पुत्र हिमांशु (15 वर्ष) की मौत का आरोप गांव के झोलाछाप डॉक्टर विकास पुत्र राकेश राठौर पर लगाया था। पीड़ित पिता का कहना है कि 13 सितंबर 2025 को डॉक्टर द्वारा गलत इलाज किए जाने से उसके बेटे की मौत हो गई। आरोप यह भी लगाया गया कि घटना के बाद झोलाछाप डॉक्टर के चाचा रामनाथ ने दबाव बनाकर शव का अंतिम संस्कार करवा दिया और पोस्टमार्टम नहीं होने दिया गया।
मृतक के पिता ने 14 सितंबर 2025 को थाना पसगवां में मुकदमा दर्ज कराते हुए शव को कब्र से निकलवाकर पोस्टमार्टम कराने की मांग की थी। साथ ही पुलिस अधीक्षक व अन्य उच्चाधिकारियों को भी पत्र भेजकर न्याय की गुहार लगाई, लेकिन लंबे समय तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। इससे आहत होकर पीड़ित पिता ने न्यायालय का दरवाजा खटखटाया।
न्यायालय के आदेश के अनुपालन में 22 दिसंबर 2025 को प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए हिमांशु का शव कब्र से खुदवाया और पोस्टमार्टम के लिए भेजा। इस दौरान एसडीएम मोहम्मदी, नायब तहसीलदार सर्वेश कुमार, कोतवाली पसगवां के प्रभारी निरीक्षक जितेंद्र प्रताप सिंह सहित कई थानों की पुलिस मौके पर मौजूद रही। प्रशासन ने पूरी प्रक्रिया कानून के दायरे में शांतिपूर्वक संपन्न कराई।
अधिकारियों का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मामले में आगे की विधिक कार्रवाई की जाएगी। पीड़ित परिवार को अब रिपोर्ट का इंतजार है, जिससे उन्हें न्याय मिलने की उम्मीद जगी है।