
लखीमपुर खीरी। भारत–नेपाल सीमा क्षेत्र में स्थित पलिया के चंदन चौकी में गत वर्षों की भांति आयोजित होने वाले विराट हिंदू थारू जनजाति सम्मेलन का उद्घाटन किया गया। कार्यक्रम विश्व हिंदू परिषद के प्रांतीय अधिकारी एवं प्रमुख समाजसेवी आचार्य संजय मिश्रा की उपस्थिति में सम्पन्न हुआ। आयोजन का संचालन एकल अभियान के क्षेत्र संगठन मंत्री ओमप्रकाश ने किया।
सम्मेलन का शुभारंभ दीप प्रज्वलन एवं भगवान राम के चित्र पर माल्यार्पण के साथ हुआ। इस अवसर पर वक्ताओं ने थारू समाज की ऐतिहासिक भूमिका, सीमा क्षेत्र में उनकी सामाजिक जागरूकता तथा सांस्कृतिक पहचान पर प्रकाश डाला। आचार्य संजय मिश्रा ने अपने संबोधन में समाज में एकता, जागरूकता और सांस्कृतिक मूल्यों के संरक्षण पर बल दिया। उन्होंने सीमा क्षेत्र में रहने वाले समुदायों की जिम्मेदारियों और देशहित में सतर्कता की आवश्यकता पर भी चर्चा की।
सम्मेलन में विभिन्न संतों और वक्ताओं ने सामाजिक समरसता, सांस्कृतिक परंपराओं के संरक्षण, शिक्षा एवं संगठनात्मक मजबूती जैसे विषयों पर अपने विचार रखे। दूर-दराज से आए संतों और समाज के प्रतिनिधियों ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए थारू समाज की विरासत और योगदान को रेखांकित किया।
कार्यक्रम के दौरान उपस्थित संतों और जनसमुदाय ने सामाजिक एकजुटता, सांस्कृतिक पहचान के संरक्षण और समाजहित में कार्य करने का संकल्प लिया। सम्मेलन में बड़ी संख्या में श्रद्धालु, संत और सामाजिक कार्यकर्ता मौजूद रहे, जिससे आयोजन सफल और प्रभावशाली रहा।
इस अवसर पर आचार्य संजय मिश्रा, ओमप्रकाश, डॉ. ओंकार भारद्वाज, बलजीत सिंह, डॉ. विपुल सिंह, डॉ. अजय सिंह, बाबा बृजबिहारी दास, ब्रज मोहन, संदीप मिश्रा, उत्कर्ष, इंद्रपाल, अटल, देव जुनेजा, रमाकांत शुक्ला, रामसागर, अनिल सहित अनेक संत और गणमान्य लोग उपस्थित रहे।