
सूरतगंज, बाराबंकी।तय कार्यक्रम के अनुसार शुक्रवार को रामनगर इलाके से लखनऊ चलो पदयात्रा का भव्य शुभारंभ किया गया। पदयात्रा सरयू (घाघरा) नदी स्थित रामनगर बाराबंकीधाम से प्रारंभ हुई, जहां श्रद्धालुओं एवं धर्मसेवकों ने सरयू नदी का पवित्र जल भरकर लखनऊ के लिए प्रस्थान किया। पदयात्रा का नेतृत्व अधिवक्ता अमित अवस्थी ने किया।
पदयात्रा का मुख्य उद्देश्य लखनऊ पहुंचकर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के माध्यम से प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपना है। इस दौरान बाराबंकीधाम की सप्त नदियों का पवित्र जल रक्षामंत्री को भेंट किया जाएगा।
पदयात्रा को रामनगर के पूर्व विधायक शरद अवस्थी एवं उत्तर प्रदेश एससी-एसटी आयोग के अध्यक्ष बैजनाथ रावत का समर्थन भी प्राप्त हुआ। यात्रा में संत-महात्माओं, सामाजिक संगठनों, राजनीतिक कार्यकर्ताओं के साथ बड़ी संख्या में आम नागरिक शामिल हुए।
पदयात्रा के दौरान प्रतिभागियों द्वारा जनहित एवं राष्ट्रहित से जुड़ी विभिन्न मांगें उठाई जा रही हैं। प्रमुख मांगों में देश में शीघ्र कड़ा जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाए जाने की मांग शामिल है। इसके साथ ही जातिवाद की समाप्ति के उद्देश्य से नाम के आगे जातिसूचक उपनाम के स्थान पर माता-पिता का नाम जोड़ने का सुझाव भी रखा गया है।
इसके अलावा आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत पहले एक सदस्य वाले परिवार, फिर क्रमशः दो, तीन, चार और पांच सदस्य वाले परिवारों के आयुष्मान कार्ड बनाए जाने की मांग भी प्रमुख रूप से उठाई गई। रेल सुविधाओं को लेकर गोंडा पैसेंजर सहित अन्य लोकल ट्रेनों के पुनः संचालन तथा वंदे भारत जैसी आधुनिक ट्रेनों का जनपद में ठहराव सुनिश्चित किए जाने की मांग भी ज्ञापन में शामिल है।
पदयात्रा के दौरान सरयू पुल से मसौलीधाम, बाराबंकीधाम एवं मटियारीधाम में रात्रि विश्राम किया जाएगा। मार्ग में पड़ने वाले सभी मंदिरों एवं महापुरुषों की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की जाएगी।
पदयात्रा को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए प्रशासन द्वारा सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। आयोजन में समन्वयक सुरेश चंद्र गौतम (अधिवक्ता, पूर्व जिलाध्यक्ष बसपा) एवं वरिष्ठ भाजपा नेता राजेश वर्मा ने सक्रिय भूमिका निभाई। संयोजक अधिवक्ता अमित अवस्थी ने बताया कि यह पदयात्रा जनभावनाओं को सरकार तक पहुंचाने का सशक्त माध्यम बनेगी।