जगनेर बाजरा क्रय केंद्र में भ्रष्टाचार और सुविधा शुल्क वसूली का मामला


खेरागढ़ (जगनेर)। जगनेर बाजरा खरीद केंद्र के प्रभारी निखिल सक्सेना और उनके निजी कर्मचारी अनुज पर किसानों से सुविधा शुल्क वसूलने और बाजरा ऑनलाइन न करने के आरोप लगे हैं। किसानों ने डिजिटल साक्ष्यों सहित थाना जगनेर में तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है।
शिकायत में बताया गया कि जगनेर निवासी किसान रामभरत ने 10 अक्टूबर को रजिस्ट्रेशन कराने के बाद 14 अक्टूबर को करीब 138 कुंतल बाजरा तोलने के लिए केंद्र में पहुंचा। प्रभारी निखिल सक्सेना ने निजी कर्मचारी अनुज से मिलने को कहा, जिसने ऑनलाइन दर्ज करने के लिए 300 रुपए प्रति कुंतल की मांग की। रामभरत ने 40,000 रुपए निजी खाते में ट्रांसफर कर दिए, लेकिन बाजरा ऑनलाइन नहीं किया गया।
इसी तरह, बाजिदपुर निवासी किसान विष्णु कुमार ने बताया कि 30 कुंतल बाजरा बेचने के लिए रजिस्ट्रेशन कराया था। कई दिन चक्कर लगाने के बाद केंद्र प्रभारी ने अनुज से मिलने को कहा, जिसने 6000 रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर करने की मांग की। किसान ने 3000 रुपए ट्रांसफर किए, लेकिन बाजरा तोलने की प्रक्रिया लंबित रही। किसानों का आरोप है कि प्रभारी ने धमकी दी कि कोई शिकायत करने पर संगीन धाराओं में केस दर्ज करा दूंगा।
इसके अलावा, 25 दिसंबर को अवकाश के दिन केंद्र प्रभारी के निजी गुर्गों द्वारा गोदाम से खाली बोरियों को ले जाते हुए लगभग 55 सेकेंड का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। वीडियो में कुछ लोग सरकारी बोरियों के बंडल ले जाते दिखे, जबकि एक व्यक्ति ने वीडियो बनाने से मना किया।
किसानों ने मांग की है कि जांच कर भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए और सरकारी प्रणाली में पारदर्शिता सुनिश्चित की जाए।