
बहराइच। जिले के कैसरगंज वन रेंज में वन विभाग की टीम ने एक और आदमखोर भेड़िये को मार गिराया है। इस कार्रवाई के साथ ही जिले में अब तक मारे गए आदमखोर भेड़ियों की संख्या सात हो गई है। इस सफलता के बाद ग्रामीणों ने कुछ हद तक राहत की सांस ली है, हालांकि वन विभाग अब भी अलर्ट मोड पर बना हुआ है।
बीते सितंबर माह से जिले के विभिन्न इलाकों में आदमखोर भेड़ियों का आतंक फैला हुआ है। अब तक इन हमलों में 11 मासूम बच्चों समेत कुल 13 लोगों की जान जा चुकी है। लगातार हो रही घटनाओं के चलते ग्रामीण भय में जीवन व्यतीत कर रहे थे।
वन विभाग की टीमें पिछले कई दिनों से दिन-रात गश्त कर रही हैं। ड्रोन कैमरे, ट्रैप कैमरे और विशेष सर्च ऑपरेशन के जरिए आदमखोर भेड़ियों की तलाश की जा रही थी। इसी क्रम में रविवार दोपहर करीब तीन बजे कैसरगंज वन रेंज के भीरगु पुरवा गांव के पास एक संदिग्ध भेड़िया देखा गया।
वनकर्मियों ने उसे पकड़ने का प्रयास किया, लेकिन भेड़िया तेजी से बिरजा पकड़िया की ओर भाग गया। हालात को देखते हुए शूटर को कार्रवाई करनी पड़ी। गोली लगने के बाद भेड़िया खेतों की ओर भाग गया। सोमवार सुबह सर्च ऑपरेशन के दौरान उसका शव खेत में बरामद किया गया।
प्रभागीय वनाधिकारी राम सिंह यादव ने बताया कि शव का पोस्टमार्टम कराकर नियमानुसार अंतिम संस्कार कर दिया गया। उन्होंने कहा कि अन्य संभावित क्षेत्रों में अभियान जारी है और लोगों से सतर्क रहने की अपील की गई है। वन विभाग का कहना है कि जब तक इलाके पूरी तरह सुरक्षित नहीं हो जाते, तब तक गश्त और निगरानी अभियान जारी रहेगा।
ग्रामीणों से भी अपील की गई है कि वे बच्चों को अकेले बाहर न भेजें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत प्रशासन को दें।