बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार के विरोध में रुपईडीहा में निकला विशाल जुलूस, मोहम्मद यूनुस का पुतला फूंका

बहराइच। बांग्लादेश में हिंदू समुदाय पर हो रहे कथित अत्याचारों के विरोध में रुपईडीहा कस्बे में हिंदू संघ संगठनों के कार्यकर्ताओं ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। स्थानीय हनुमान मंदिर से एक विशाल विरोध जुलूस निकाला गया, जो कस्बे के प्रमुख मार्गों से गुजरते हुए सेंट्रल बैंक चौराहे पर पहुंचा, जहां बांग्लादेश सरकार प्रमुख मोहम्मद यूनुस का पुतला फूंका गया।
हनुमान सरोवर से एडवोकेट विवेक शुक्ल के नेतृत्व में निकले इस जुलूस में बड़ी संख्या में हिंदू धर्मावलंबी शामिल हुए। जुलूस स्थानीय थाना क्षेत्र से होते हुए सेंट्रल बैंक चौराहा, स्टेशन रोड, बजाजा मार्केट, रामलीला चौराहा, मालगोदाम चौराहा होते हुए एनएच-927 से पुनः सेंट्रल बैंक चौराहे पर पहुंचा, जहां यह एक कोण सभा में परिवर्तित हो गया।
कोण सभा को संबोधित करते हुए डॉ. सनत कुमार शर्मा ने कहा कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों को वहां की यूनुस सरकार मौन रहकर देख रही है। उन्होंने कहा कि हिंदुओं के साथ की जा रही बर्बरता निंदनीय है और इसकी जितनी भी भर्त्सना की जाए, वह कम है। उन्होंने आरोप लगाया कि हिंदुओं को मारकर, अपमानित कर, घरों में बंद कर जिंदा जलाने जैसी घटनाएं सामने आ रही हैं, जो मानवता को शर्मसार करने वाली हैं। उन्होंने भारत सरकार से इस मामले में सख्त रुख अपनाने की मांग की।
सभा को श्री राम जानकी मंदिर के महंत भगवान दास ने भी संबोधित किया और बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों के प्रति गहरा आक्रोश व्यक्त किया। वक्ताओं ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस मुद्दे को उठाने और पीड़ितों को न्याय दिलाने की मांग की।
प्रदर्शन के दौरान सेंट्रल बैंक चौराहे पर मोहम्मद यूनुस के चित्र पर जूतों से प्रहार कर उसे आग के हवाले किया गया। इस मौके पर नगर पंचायत रुपईडीहा के चेयरमैन डॉ. उमाशंकर वैश्य, संजय बंसल, शैलेश जायसवाल, योगेंद्र शर्मा, अनिल अग्रवाल, बलराम मिश्र, संतोष अग्रवाल, दीपक आर्या, आदित्य मिश्र सहित सैकड़ों लोग मौजूद रहे। प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहा, हालांकि माहौल पूरी तरह आक्रोशपूर्ण नजर आया।