आठ दिवसीय शतचंडी महायज्ञ का एक जनवरी को होगा ध्वजारोहण, संत–महात्माओं का होगा समागम

झांसी। प्राचीन मां लहर की देवी मंदिर परिसर में आयोजित होने वाले आठ दिवसीय शतचंडी महायज्ञ का शुभारंभ नववर्ष के अवसर पर किया जाएगा। महायज्ञ की शुरुआत एक जनवरी 2026 को मंदिर परिसर में विधिवत ध्वजारोहण के साथ होगी। इस आयोजन में देशभर से संत–महात्माओं का समागम भी होगा।
यह जानकारी मंदिर के पुजारी श्री महंत मोहन गिरी महाराज ने दी। उन्होंने बताया कि शतचंडी महायज्ञ का आयोजन एक फरवरी 2026 से आठ फरवरी 2026 तक किया जाएगा। परंपरा के अनुसार महायज्ञ के शुभारंभ से एक माह पूर्व ध्वजारोहण किया जाता है, जो आयोजन के आगाज का प्रतीक माना जाता है। इसी क्रम में एक जनवरी को ध्वजारोहण किया जाएगा।
महंत मोहन गिरी महाराज ने बताया कि यह शतचंडी महायज्ञ मानव कल्याण, देश में शांति, अमन और चैन की कामना के उद्देश्य से आयोजित किया जा रहा है। महायज्ञ के दौरान महामंडलेश्वर वेदान्ताचार्य, जूना अखाड़ा के महंत, थानापति, श्रीमहंत सहित अनेक संत–महात्मा उपस्थित रहेंगे।
उन्होंने बताया कि महायज्ञ के पहले दिन एक फरवरी 2026 को भव्य कलश यात्रा निकाली जाएगी। यह कलश यात्रा मंदिर प्रांगण से प्रारंभ होकर जर्मनी हॉस्पिटल, हीरोज ग्राउंड, रामा बुक डिपो, टंडन रोड, सीपरी बाजार, नंदनपुरा, आवास विकास और राजघाट कॉलोनी होते हुए पुनः मां लहर की देवी मंदिर पहुंचेगी। आयोजकों के अनुसार इस दौरान श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या में सहभागिता रहने की संभावना है।