अमर भारती : ‘जीवन सरल पॉलिसी’ के लिए भारतीय जीवन बीमा निगम पर बड़े पैमाने की धोखाधड़ी करने का गंभीर आरोप लगाया गया है। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में इसकी याचिका दायर कर दी गई है। मालूम हो कि एलआईसी की इस पॉलिशी के लुभावने ऑफर के कारण लाखों लोगों ने इस पॉलिसी पर निवेश कर रखा है।
मनीलाइफ फाउंडेशन द्वारा दायर इस जनहित याचिका में जीवन सरल पॉलिसी को तत्काल वापस लेने की गुहार लगाई गई है। याचिका में कहा गया कि एलआईसी ने जीवन सरल बीमाधारकों को गुमराह किया है और उनके साथ धोखाधड़ी की है।
याचिका में यह दावा किया गया कि बीमाधारकों ने 10 या उससे अधिक वर्ष के लिए जो प्रीमियम दिया है, उन्हें इसका आधा रिटर्न मिल रहा है। याचिका में आरोप लगाया गया कि इस पॉलिशी को मनमाने तरीके से तैयार किया गया। गलत व गुमराह करने वाले प्रपोजल फार्म बेचे गए। इस बारे में बड़ी संख्या में शिकायतें भी की गई हैं।
गुरुवार को चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पीठ ने याचिकाकर्ता संगठन से सवाल किया कि आपने किस हैसियत से यह याचिका दायर की है। इसके बाद ये भी पूछा गया कि इस संबंध में पीड़ित कहां है। जाहिर है कि अब समय रहते भीमा कंपनी को जवाब देना पड़ेगा।
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