अमर भारती : केंद्र सरकार की भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम से दिल्ली पुलिस को बड़ा झटका लगा है। दरअसल अब पुलिस आयुक्त की ओर से ये आदेश जारी हो गए हैं कि भ्रष्टचार के आरोपियों को सामने लाया जाए। पिछले साल दिल्ली पुलिस के 387 कर्मियों के खिलाफ शिकायतें मिलने के बाद जब इनकी विभागीय जांच हुई तो वे आरोपी पाए गए थे। इनमें एक डीसीपी, एक एसीपी और 25 इंस्पेक्टर सहित अन्य कर्मी शामिल थे।
बता दें कि इससे पहले मोदी सरकार ने केंद्र के सभी विभागों में भ्रष्टाचार और कामकाज में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ विशेष मुहिम शुरु की है। इस मुहिम में दर्जनों अफसरों को समय से पूर्व रिटायर कर दिया गया है। सभी मंत्रालयों में विजिलेंस द्वारा एक खास रिपोर्ट तैयार की जा रही है।
गौरतलब है कि इसी तर्ज पर अब दिल्ली पुलिस में भी भ्रष्टाचार और लापरवाह कर्मियों पर गाज गिरेगी। विभागीय विजिलेंस द्वारा यह पता लगाया जा रहा है कि किन अफसरों व कर्मचारियों के खिलाफ शिकायतें प्राप्त हुई हैं। इनकी अलग से सूची तैयार की जाएगी। इनमें भी यह देखा जाएगा कि भ्रष्टाचार का आरोप किस पर लगा है। इसके बाद कामकाज में लापरवाही बरतने वालों का नंबर आएगा।
पहले से किन कर्मियों के खिलाफ विभागीय जांच चल रही है, उनकी अलग से रिपोर्ट तैयार होगी। चेतावनी किन कर्मियों को दी गई और क्या अब वे सुधर गए हैं या उनके हालात वैसे ही हैं, यह पता लगाया जाएगा। अधिकारियों का कहना है कि पहले चरण में एसीपी से निचले रैंक के सभी कर्मियों की रिपोर्ट तैयार होगी। आईपीएस अफसरों पर लगे आरोपों की जांच के लिए एक कमेटी के गठन की बात कही जा रही है।
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