अमर भारती : देश में जब से यातायात के नए नियम लागू हुए है, लगातार ज्यादा चालान काटने के मामले सामने आ रहे हैं। ट्रैफिक नियमों की अनदेखी लोगों की जेब पर बहुत भारी पड़ रही है। हर जगह ट्रैफिक पुलिस की सख्ती और चालान से लोग सड़कों पर अब संभल के चल रहे हैं फिर भी राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में औसत रूप से एक दिन में 5,000 चालान काटे जा रहे हैं।
दरअसल ये आंकड़े नए मोटर व्हीकल एक्ट बनने के बाद के हैं। दिल्ली में सभी चालान कोर्ट के जरिए हो रहे हैं क्योंकि अभी तक दिल्ली सरकार ने इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया है। हालांकि इस बीच राजधानी दिल्ली में ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्ती से पेश आया जा रहा है।
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस की माने तो 1 से 5 सितंबर 2019 तक औसत चालान 4000 से 5000 प्रतिदिन हो गया है जबकि इससे पहले रोजाना इतने चालान नहीं काटे जाते थे। शराब पीकर गाड़ी चलाने के औसत मामले अब तक 252, बिना सीट बेल्ट के 1,229, बिना हेलमेट के 4,097 और खतरनाक तरीके से ड्राइविंग के कुल 1527 मामले सामने आए हैं। सिग्नल तोड़कर आगे बढ़ने के भी 2,698 मामले सामने आए हैं।
गौरतलब है कि देश में 1 सितंबर से नया मोटर व्हीकल एक्ट लागू हुआ था। मोटर व्हीकल एक्ट में हुए संशोधन के बाद अब ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने पर पहले के मुकाबले अब 10 गुना अधिक देना पड़ रहा है। राजस्थान और बंगाल को छोड़कर पूरे भारत में मोटर व्हीकल संशोधन कानून लागू हो गया है। ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करना लोगों को बहुत भारी पड़ रहा है।