अमर भारती : देश की राजधानी दिल्ली में पिछले 15 दिनों से मंडी हाउस चौराहे पर डटे दिव्यांगों को पुलिस की सख्त कार्यवाही के बाद वहां से जाना पड़ा। इससे पहले बता दें कि काफी समय से अपनी मांगों को लेकर अड़े हुए थे। जब वह दूसरी तरफ भागने लगे तो पुलिस की सख्ती से पकड़ में आए और बस में बिठाकर उन्हे अलग अलग जगह पर ले जाकर छोड़ा गया।
अधिकारियों की माने तो दिव्यांग रेलवे के ग्रुप डी के पदों पर नौकरी की मांग कर रहे थे। जबकि अभी इस मामले पर दिल्ली हाईकोर्ट में सुनवाई होनी है। पिछले महीने भी अपनी मांगों के लेकर दिव्यांग भूख हड़ताल पर चले गये थे। अब ऐसा लगने लगा है कि वह अपने तरीके से सरकार पर दबाव बनाना चाहते है।
इस बीच दिव्यांगो ने भी पुलिस पर गलत व्यवहार करने का आरोप लगाया है और कहा है कि यह कदम उनकी आवाज दबाने के लिए उठाया गया है। जो हालात दिल्ली में चल रहे है उसमें कुछ भी कहा जा सकता है। उनका साफ कहना है कि बात सुनने के बजाय उनके साथ जबरदस्ती की गई है।
वैसे देखा जाए तो इस तरह का कदम पुलिस के द्वारा कई बार उठाया जा चुका है और इसी तरह की बाते कही जाती रही है। मगर अब यह भी देखना होगा कि सरकार दिव्यांगों की सुनेगी या फिर एक बार अपने वादे से मुकर जाएगी।