शहर के पॉश इलाकों में शामिल मधुबन कॉलोनी की एक गली का नाम ही कोरोना स्ट्रीट हो गया है। 12 मकान की इस गली में कोरोना के 10 मरीज मिले हैं। इनमें से किसी में बीमारी का कोई लक्षण नहीं है। सभी का कहना है कि वे पूरी तरह स्वस्थ हैं। ये सभी 15 दिन पहले कॉलोनी में एक अंतिम संस्कार में शामिल हुए थे।
इनके अलावा मून पैलेस कॉलोनी के एक ही परिवार के तीन सदस्यों में भी कोरोना की पुष्टि हुई है। बुधवार देर रात जांच रिपोर्ट सामने आने के बाद गुरुवार को इन सभी को अरबिंदो अस्पताल में शिफ्ट किया गया। अस्पताल रवाना होने से पहले रहवासियों ने कॉलोनी की इस गली का नाम ही कोरोना स्ट्रीट कर दिया। मधुबन कॉलोनी की गली नंबर एक में रहने वाले एक परिवार में एक अप्रैल को गमी हो गई थी। रहवासियों के मुताबिक जिस व्यक्ति की मौत हुई थी उन्हें टाइफाइड था। रहवासी अंतिम संस्कार में दूर से ही शामिल हुए थे।
उस वक्त रहवासियों ने फोन लगाकर स्वास्थ्य विभाग से गुहार लगाई थी कि वो कॉलोनी की इस गली में रहने वालों की स्क्रीनिंग करे। अगले दिन मेडिकल टीम तो आई लेकिन गली वालों की स्क्रीनिंग नहीं की। टीम सिर्फ मृतक के स्वजन का सैंपल लेकर चली गई। इस बीच 3 अप्रैल को मृतक की मां की भी मौत हो गई। उनकी मृत्यु के बाद आई जांच रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि वे कोरोना पॉजिटिव थीं। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम 8 अप्रैल को कॉलोनी में पहुंची और गली नंबर एक के रहवासियों की स्क्रीनिंग कर उनका स्वाब सैंपल लिया।