बहराइच में 17 से 19 दिसंबर तक अभाविप का 65वां प्रांत अधिवेशन शैक्षणिक दुर्व्यवस्था के समाधान को लेकर बनेगी ठोस रणनीति

बहराइच। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) अवध प्रांत का 65वां प्रांत अधिवेशन आगामी 17 से 19 दिसंबर तक किसान डिग्री कॉलेज, बहराइच में भव्य रूप से आयोजित किया जाएगा। तीन दिवसीय इस अधिवेशन में शिक्षा व्यवस्था में सुधार, छात्र हितों की रक्षा और सामाजिक परिवर्तन से जुड़े अहम मुद्दों पर व्यापक मंथन किया जाएगा।

प्रांत मंत्री पुष्पेन्द्र वाजपेई ने पत्रकार वार्ता में बताया कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद शिक्षा के क्षेत्र में कार्य करने वाला विश्व का सबसे बड़ा छात्र संगठन है, जो कैंपस को आधार बनाकर विद्यार्थियों के सर्वांगीण व्यक्तित्व विकास के लिए वर्षभर रचनात्मक एवं वैचारिक गतिविधियां संचालित करता है। प्रांत अधिवेशन वर्षभर के कार्यों की समीक्षा के साथ-साथ संगठन की आगामी दिशा तय करने का महत्वपूर्ण मंच होता है।

उन्होंने जानकारी दी कि 16 दिसंबर को शाम 5 बजे अभाविप की वार्षिक गतिविधियों पर आधारित प्रदर्शनी का उद्घाटन किया जाएगा। 17 दिसंबर को विधिवत अधिवेशन का शुभारंभ होगा। अधिवेशन के दौरान शिक्षा की भावी दिशा, समाज परिवर्तन में छात्र संगठनों की भूमिका, नगर में भव्य शोभायात्रा तथा समसामयिक विषयों पर छात्र नेताओं के विचारोत्तेजक संबोधन होंगे। 19 दिसंबर को नूतन–पुरातन कार्यकारिणी की बैठक के साथ अधिवेशन का समापन होगा।

इस अवसर पर पुनर्निर्वाचित प्रांत अध्यक्ष प्रो. नीतू सिंह एवं नवनिर्वाचित प्रांत मंत्री अर्पण कुशवाहा कार्यभार ग्रहण करेंगे। अधिवेशन में शिक्षा व सामाजिक सरोकारों से जुड़े चार महत्वपूर्ण प्रस्ताव भी पारित किए जाएंगे। इनमें उच्च शिक्षा में व्याप्त विसंगतियों का नियमन, प्रतियोगी परीक्षाओं में अनियमितताओं का समाधान, पर्यावरण संरक्षण तथा डिजिटल प्लेटफॉर्म व आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के अनुप्रयोग जैसे विषय प्रमुख हैं। साथ ही ‘पंच परिवर्तन से समाज परिवर्तन’ की अवधारणा पर आगामी कार्ययोजना को लेकर भी विस्तार से चर्चा होगी।

प्रांत मंत्री पुष्पेन्द्र वाजपेई ने कहा कि अभाविप शैक्षणिक दुर्व्यवस्था के विरुद्ध निरंतर संघर्ष करते हुए विद्यार्थियों के व्यक्तित्व निर्माण हेतु सतत प्रयासरत है और ‘शैक्षणिक परिवार’ की परिकल्पना को साकार कर राष्ट्रवादी, सक्षम नेतृत्व तैयार कर रही है।

पत्रकार वार्ता में जिला संयोजक देवाशीष सिंह, नगर मंत्री शिवम गौड़ तथा किसान डिग्री कॉलेज इकाई की सह मंत्री अंशी सिंह उपस्थित रहीं।