एबीवीपी अवध प्रांत अधिवेशन की प्रदर्शनी का शुभारंभ, युवाओं को राष्ट्रनिर्माण के लिए प्रेरित किया

बहराइच। किसान पीजी कॉलेज में 17 से 19 दिसंबर तक आयोजित अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) अवध प्रांत के 65वें प्रांत अधिवेशन के तहत प्रदर्शनी मंडपम का बुधवार को उद्घाटन किया गया। उद्घाटन समारोह में मां पाटेश्वरी विश्वविद्यालय बलरामपुर के कुलपति प्रो. रविशंकर सिंह ने फीता काटकर मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया।

मुख्य अतिथि प्रो. रविशंकर सिंह ने कहा, “जो समय की चाल बदल दे, वही भारत का युवा।” उन्होंने महाराजा सुहेलदेव के शौर्य और राष्ट्ररक्षा में उनके योगदान को याद करते हुए कहा कि यह अधिवेशन भारतीय संस्कृति, संप्रभुता और राष्ट्रनिर्माण की चेतना को मजबूत करने में मदद करेगा। उन्होंने एबीवीपी को राष्ट्रनिर्माण को समर्पित विश्व का सबसे बड़ा छात्र संगठन बताया।

सिद्धेश्वर पीठ के पीठाधीश उमाकांत गिरी नागाबाबा ने युवाओं को शील, संस्कार और ज्ञान के मार्ग पर चलने का संदेश दिया। कार्यक्रम में एबीवीपी के प्रांत एवं क्षेत्रीय पदाधिकारी, जनप्रतिनिधि और बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहीं।

प्रदर्शनी में भारतीय इतिहास और संस्कृति से जुड़े कई आकर्षक प्रसंग प्रस्तुत किए गए। इसमें महारानी अहिल्याबाई होल्कर के योगदान, आरएसएस के शताब्दी वर्ष की यात्रा, ‘वंदे मातरम्’ के 150 वर्ष और प्रभु श्रीराम के मंदिर में विराजमान होने से जुड़े प्रसंग मुख्य आकर्षण रहे।

इस प्रदर्शनी का उद्देश्य युवाओं को राष्ट्रीय चेतना, संस्कृति और सामाजिक जिम्मेदारी के प्रति जागरूक करना बताया गया।