आगरा-जलेसर मार्ग पर डग्गेमार बसों से परिवहन निगम को हो रहा भारी नुकसान

आगरा। आगरा-जलेसर मार्ग पर डग्गेमार वाहन और निजी बसों के कारण परिवहन विभाग लाखों रुपये का नुकसान झेल रहा है। लोकल रूट पर चल रही रोडवेज डिपो एवं अनुबंधित बसें खटारा होने के कारण यात्रियों को यात्रा में कठिनाई हो रही है, जिससे निगम की आमदनी घट रही है।

सूत्रों के अनुसार टूरिस्ट बस के नाम पर दौड़ रही ये बसें रोडवेज बस अड्डे के आसपास से यात्रियों को खड़ा कर बैठा रही हैं। इन बसों में अग्निशमन यंत्र और फर्स्ट एड बॉक्स तक नहीं हैं और नियमों का पालन नहीं किया जा रहा। बिना मानक और परमिट के इन बसों को चलाया जा रहा है। आंकड़ों के अनुसार इन डग्गेमार वाहनों से रोजाना 40–50 हजार रुपये का नुकसान हो रहा है।

इस पर नियंत्रण पाने के लिए थाना अध्यक्ष बरहन, आशुतोष रघुवंशी ने चेकिंग अभियान चलाया। अभियान में एक बस (नंबर UP16BT7345, चालक मुकेश) को सभी कागजात पूरे न होने पर सीज कर दिया गया। जानकारी मिली है कि अध्यक्ष ठेकेदार से हर बस से 300 रुपये लेकर अनुमति दी जा रही थी। बस यूनियनों ने लोकल चेकिंग स्टैंड बना रखे हैं और प्रत्येक गाड़ी से 50–100 रुपये वसूले जा रहे हैं।

स्थानीय लोगों का कहना है कि एक्सीडेंट की घटनाएँ भी बढ़ रही हैं, क्योंकि कई बसों के पास परमिट, फिटनेस और अन्य आवश्यक कागजात नहीं हैं। परिवहन निगम से अनुरोध किया गया है कि सभी बसों की तत्काल जांच की जाए और जिनके कागजात, फिटनेस या परमिट नहीं हैं, उन्हें तुरंत रोका जाए।