
आगरा। बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के विरोध में किए गए प्रदर्शन का वीडियो सोशल मीडिया पर डालना एक हिंदूवादी नेता को भारी पड़ गया। वीडियो अपलोड करने के कुछ ही देर बाद इंस्टाग्राम कॉल के जरिए उसे जान से मारने की धमकी दी गई। पीड़ित ने इस संबंध में थाना ट्रांस यमुना में लिखित शिकायत देकर कार्रवाई की मांग की है।
गौरतलब है कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर लगातार हो रहे अत्याचार और एक हिंदू युवक की हत्या के विरोध में देशभर में आक्रोश देखने को मिल रहा है। इसी क्रम में मंगलवार को आगरा के टेड़ी बगिया चौराहे पर विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के नेताओं व कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान बांग्लादेश के प्रधानमंत्री मुहम्मद यूनुस का पुतला दहन भी किया गया।
इस प्रदर्शन में शामिल बजरंग दल के कार्यकर्ता सागर सविता पुत्र दामोदर सविता, निवासी कालिंदी विहार ने पुतला दहन और विरोध प्रदर्शन का वीडियो अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर साझा किया। सागर सविता के अनुसार, वीडियो पोस्ट करने के कुछ ही समय बाद उसे इंस्टाग्राम आईडी samm malik से कॉल आया। कॉल करने वाले व्यक्ति ने गाली-गलौज करते हुए जान से मारने की धमकी दी, जिससे वह दहशत में आ गया।
धमकी मिलने के बाद सागर सविता ने पूरे मामले की लिखित तहरीर थाना ट्रांस यमुना पुलिस को दी। पीड़ित ने आरोप लगाया कि धमकी देने वाला व्यक्ति उसे डराने और चुप कराने की कोशिश कर रहा है, जबकि उसने केवल बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ अपनी आवाज उठाई थी।
इस संबंध में थाना ट्रांस यमुना के इंस्पेक्टर ने बताया कि पीड़ित की तहरीर प्राप्त हो गई है। मामले की जांच की जा रही है और सोशल मीडिया अकाउंट व कॉल डिटेल्स के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। पुलिस का कहना है कि जांच के बाद दोषी के खिलाफ आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
वहीं इस घटना के बाद हिंदू संगठनों में आक्रोश है। उनका कहना है कि देश में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के तहत शांतिपूर्ण विरोध करना हर नागरिक का अधिकार है और इस तरह की धमकियों से संगठन के कार्यकर्ता डरने वाले नहीं हैं।